College Student ABC I Card : नई शिक्षा नीति के तहत महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को अब नए सत्र में एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट्स (ABC) आइडी बनवानी होगी।
आइडी को बनाने के बाद छात्र की पढ़ाई के हर साल के क्रेडिट आनलाइन आइडी पर अपलोड किए जाएंगे। एबीसी आइडी बनाने के बाद विद्यार्थियों से जुड़े सारे प्रमाण पत्र, डिग्री समेत पूरी प्रोफाइल डिजिलाकर में जमा हो जाएंगे।
विद्यार्थी पढ़ाई के दौरान या उसके बाद संस्थान बदलने पर उसका क्रेडिट आसानी से ट्रांसफर हो सकेगा। इससे विद्यार्थियों को बार-बार परेशानी नहीं होगी और एबीसी आइडी से दूसरे संस्थानों को मिल जाएगी। विद्यार्थियों का वेरिफिकेशन करने में भी आसानी होगी।
एबीसी (abc) में पुराने रिकार्ड जमा हैं तो विद्यार्थी पढ़ाई छोड़ने के बाद कभी भी दोबारा शुरू कर सकता है। एबीसी आइडी के लाभ और उसको बनाने में मदद करने का काम एनईपी सारथी करेंगे। एबीसी आइडी (Student ABC I Card) यूजी व पीजी कोर्स के विद्यार्थियों के लिए लागू होगी।
जिले में सीआरएसयू सहित 17 राजकीय व निजी महाविद्यालय हैं, जिसमें यूजी कोर्स में लगभग साढ़े 11 हजार सीट हैं, इसमें से अभी लगभग 90 प्रतिशत से अधिक सीट भर चुकी हैं और फिजिकल काउंसिलिंग के तहत दाखिला प्रक्रिया जारी है। वहीं जिले भर के सात विभिन्न कालेजों में पीजी कोर्स में 1140 सीटें हैं, जिसमें अभी पांच से दस प्रतिशत सीटें खाली बची हुई हैं।
अगर उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा पीजी कोर्स में दोबारा से कोई शेड्यूल आता है, फिर से फिजिकल काउंसिलिंग के तहत खाली सीटों पर दाखिले होंगे।
स्नातक व स्नातकोत्तर के छात्रों के लिए एबीसी आइडी की व्यवस्था (Student ABC I Card) यूजीसी ने लागू की है। यह विद्यार्थियों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होगी। आइडी को बनाने के बाद छात्र की पढ़ाई के हर साल के क्रेडिट आनलाइन आइडी पर अपलोड किए जाएंगे।
–डा. तनाशा हुड्डा, प्राचार्या राजकीय कालेज सफीदों।