Trump village in Haryana : डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत की खबर जहां दुनियाभर में चर्चा में है, वहीं भारत के हरियाणा में भी इसे लेकर जश्न की तैयारियां की जा रही हैं। खास बात यह है कि हरियाणा के मेवात जिले का एक गांव, जिसे ‘ट्रंप ग्राम’ के नाम से जाना जाता है, इस जीत को उत्साह के साथ मना रहा है।
Trump village कैसे मिला ट्रंप गांव का नाम
मेवात के मरोड़ा गांव का नाम 2017 में ट्रंप ग्राम रखा गया था। यह गांव आज भी सरकारी रिकॉर्ड में मरोड़ा के नाम से ही दर्ज है, लेकिन आम बोलचाल में इसे ट्रंप ग्राम कहा जाता है। दरअसल, 2017 में यह नामकरण सुलभ इंटरनेशनल नाम की एक सामाजिक संस्था ने किया था।
स्वच्छता अभियान और ट्रंप गांव (Trump village in Haryana) की कहानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में हर घर शौचालय अभियान की शुरुआत की थी ताकि सभी घरों में शौचालय की सुविधा हो और महिलाएं और बेटियां खुले में शौच के लिए न जाएं। लेकिन मेवात के मरोड़ा गांव में यह अभियान धीमा था और 2017 तक यहां के लगभग 160 घरों में शौचालय नहीं बने थे।
सुलभ इंटरनेशनल के मरोड़ा पहुंचने पर संस्था ने गांव की स्थिति को देखते हुए खुद ही सभी घरों में शौचालय बनवाने की जिम्मेदारी ली। संस्था ने गांव को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया।
इसी समय भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अच्छी दोस्ती की चर्चा चल रही थी। इसे देखते हुए, सुलभ इंटरनेशनल ने गांव का नाम ट्रंप ग्राम रखने का निर्णय लिया।
डोनाल्ड ट्रंप (donald trump ka Haryana connection ) की जीत पर जश्न की तैयारी
अब, जब डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की है, ट्रंप गांव के निवासी इसे मनाने की तैयारी कर रहे हैं। ट्रंप ग्राम का यह विशेष नाम फिर से चर्चा का विषय बन गया है, और यह गांव भारत और अमेरिका के बीच अनोखे सांस्कृतिक संबंध का प्रतीक बन गया है।
गांव का नाम क्यों है खास
ट्रंप ग्राम का नाम हरियाणा के इस छोटे से गांव को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाता है। यह कहानी केवल नाम तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह बताती है कि कैसे एक छोटे से गांव में स्वच्छता के लिए एक नाम ने लोगों को प्रेरित किया और एक बदलाव की दिशा दी।