Screen free meal habits for kids: आजकल लगभग हर माता-पिता बच्चों को आसानी से खाना खिलाने के लिए मोबाइल फोन का सहारा लेते रहते हैं। हालांकि, फोन की यह आदत आने वाले समय में आपके बच्चों की सेहत पर काफी गंभीर प्रभाव डाल सकती है। खाना खाते वक्त फोन चलाने से न केवल बच्चे के शारीरिक बल्कि मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है।
खाना खाते समय फोन देखने के नुकसान
गुरुग्राम स्थित डॉक्टर गोविंद यादव के अनुसार अक्सर फोन देखते समय बच्चे ज्यादा या कम खाना खा सकते हैं, जिससे बच्चों में भोजन का ना पचना, गैस, एसिडिटी समेत उनका पाचन तंत्र (डाइजेस्टिव सिस्टम) कमजोर हो सकता है। इसके साथ ही अधिकतर ये देखा गया है कि खाना खाते समय फोन देखते हुए बच्चे अक्सर खाने पर ध्यान नहीं देते और जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं, जिससे बच्चों में मोटापे का खतरा बढ़ता है। ऐसे ही कुछ बच्चे फोन के कारण ठीक से खाना नहीं खाते या कम खाना खाते हैं जिससे वो धीरे-धीरे कुपोषण का शिकार भी हो सकते हैं।
हमारे आयुर्वेद में खाने को चबा-चबा कर खाने को कहा गया है लेकिन खाने के वक्त फोन देखते समय बच्चे खाना चबाने की बजाय जल्दी निगल लेते हैं, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। आमतौर पर देखा गया है कि मोबाइल स्क्रीन पर लंबे समय तक नजर गड़ाने से बच्चों की आंखें थक सकती हैं। इससे बच्चों में आँखें कमजोर होने का खतरा बना रहता है। फोन पर ज्यादा ध्यान देने के कारण बच्चे सही तरीके से भोजन नहीं करते।
इससे शरीर को पोषण भी कम मिल पाता है और हार्मोन असंतुलन का खतरा रहता है, जिससे बच्चों में मानसिक तनाव बढ़ सकता है। बच्चों के द्वारा बार-बार फोन देखने की आदत से उनके शारीरिक विकास में बाधा उत्पन्न होती है जिससे बच्चों में वजन और हाइट जैसे समस्याएं भी हो सकती हैं। अब खाना खाते समय बच्चों को इतनी ज्यादा समस्याएं हो सकती हैं तो उनका समाधान भी जानना जरूरी है.. तो आइए नीचे पढ़ते हैं कि माता-पिता कैसे बच्चों में इस फोन की आदत को छुड़वा सकते हैं
खाना खाते समय बच्चों की फोन की आदत छुड़ाने के आसान तरीके
सबसे पहले हर माता-पिता ये ध्यान रखें कि उनके बच्चे खाने के दौरान फोन इस्तेमाल न करे । इसके लिए खाने के समय माता-पिता भी फोन से दूर रहे और बच्चे में भी वो आदत बने। एक दम से फोन बंद कराने से बच्चे चिड़चिड़े हो सकते हैं तो बच्चे को धीरे-धीरे इस आदत से दूर करने का प्रयास करें। बच्चों को सिखाएं कि फोन की वजह से उनकी सेहत को क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।
अक्सर पेरेंट्स को कई बार आपस में लड़ते देखा जाता है वो बच्चों पर इतना ध्यान नहीं दे पाते तो जितना हो सके बच्चों के सामने लड़ाई ना करें। उनसे प्यार से बात करें और बच्चे को प्यार से और ध्यानपूर्वक खुद अपने हाथों से खाना खिलाएं। ऐसा करने बच्चों में प्यार की भावना बढ़ेगी और उसका ध्यान फोन पर नहीं जाएगा।
अब अगर बच्चे की फोन की आदत गंभीर हो गई है और वो आपकी बात नहीं मान रहा है तो किसी विशेषज्ञ या मनोचिकित्सक की मदद लें और अपने बच्चे की काउंसलिंग करवाएं। इससे बच्चे के खाना खाते समय फोन चलाने के कारण पता चलने के अलावा ये भी पता चलेगा कि ये बच्चा किस अन्य तरीके से फोन की आदत से दूरी बना सकता है।
माता-पिता इन सब बातों का ध्यान रखकर आसानी से खाना खाते समय बच्चे की फोन की आदत छुड़वा सकते हैं। हमें उम्मीद है कि ये खबर आपको पसंद आई होगी तो इसे अन्य अभिभावकों से जरूर शेयर करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सामान्य जान के आधार पर है। कोई भी सलाह अपनाने से पहले उचित विशेषज्ञ से जरूर सलाह लें।