Stress Skin: हाल ही में मनाए गए वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के अवसर पर विशेषज्ञों ने तनाव और अवसाद के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। उन्होंने कई रिसर्च के आधार पर बताया कि बिगड़े लाइफस्टाइल के कारण मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ हमारी त्वचा पर भी तनाव का गहरा असर पड़ता है?
Stress Skin: क्या है स्ट्रेस स्किन?
जब हम अत्यधिक तनाव में होते हैं, तो इसका पहला प्रभाव हमारी त्वचा पर पड़ता है। मेडिकल भाषा में इसे स्ट्रेस स्किन कहा जाता है। तनाव की स्थिति में, हमारे शरीर में कई हार्मोन्स जैसे कोर्टिसोल का स्राव होता है, जो त्वचा के सामान्य संतुलन को प्रभावित करते हैं।
Stress Skin: स्ट्रेस के लक्षण
तनाव के कारण त्वचा पर कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे:
पिंपल्स और एक्ने: तनाव लेने वालों के चेहरे पर अक्सर पिंपल्स और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं देखने को मिलती हैं।
सूजन और लालिमा: त्वचा में सूजन और लालिमा भी तनाव के कारण बढ़ सकती हैं, जिससे त्वचा का सामान्य रूप बिगड़ जाता है।
रुखापन: अत्यधिक तनाव त्वचा को सूखा और बेजान बना सकता है, जिससे उसकी चमक खो जाती है।
Stress relief methods: तनाव से बचने के उपाय
अपने मानसिक और त्वचा स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं:
1. योग और ध्यान: नियमित योग और ध्यान करने से मानसिक तनाव कम होता है और त्वचा को भी लाभ मिलता है।
2. सही आहार: पौष्टिक आहार का सेवन करें, जिसमें फल, सब्जियां और नट्स शामिल हों, जो त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं।
3. पर्याप्त नींद: पर्याप्त नींद लेने से मानसिक तनाव कम होता है और त्वचा की स्वास्थ्य में सुधार होता है।
4. हाइड्रेशन: शरीर को हाइड्रेटेड रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है। पर्याप्त पानी पीने से त्वचा की चमक बनी रहती है।
तनाव से संबंधित स्किन की समस्याओं को अनदेखा नहीं करना चाहिए। अगर समस्या बढ़ती है, तो विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।