US Universities Advisory For Students :वॉशिंगटन: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के दोबारा सत्ता में आने की संभावनाओं को देखते हुए विदेशी छात्रों, खासतौर पर भारतीय छात्रों को अमेरिकी विश्वविद्यालयों द्वारा शीतकालीन अवकाश से पहले लौटने की सलाह दी जा रही है। यह कदम संभावित यात्रा प्रतिबंधों और कड़ी जांच से बचने के लिए उठाया जा रहा है।
विदेशी छात्रों के लिए चिंता
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अपने छात्रों को जारी परामर्श में कहा है कि ट्रम्प के सत्ता संभालने के बाद यात्रा नियम कड़े हो सकते हैं। खासतौर पर चुनाव प्रचार के दौरान ट्रम्प द्वारा अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई और व्यापक निर्वासन की धमकियों ने यह चिंता बढ़ा दी है।
शैक्षणिक कार्यक्रम में बदलाव
ट्रम्प की वापसी की आशंका को देखते हुए कई संस्थानों ने अपने शैक्षणिक कैलेंडर में बदलाव किया है। उदाहरण के लिए ओरेगन के सलेम स्थित विलमेट यूनिवर्सिटी ने अपने डाटा साइंस प्रोग्राम की कक्षाएं, जो आमतौर पर साल के पहले सप्ताह बाद शुरू होती थीं, इस बार 2 जनवरी से शुरू करने का निर्णय लिया है।
वैध वीजा धारकों को कम जोखिम
वैध वीजा वाले भारतीय छात्रों पर इन परिवर्तनों का तत्काल प्रभाव नहीं पड़ने की संभावना है। हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को किसी भी संभावित कठिनाई से बचने के लिए जल्द से जल्द अमेरिका लौटने का सुझाव दिया है।
छात्रों में बढ़ती चिंता
विद्यार्थियों ने बताया कि विश्वविद्यालय के अधिकारी ट्रम्प की प्रवास नीतियों के कारण चिंतित हैं, विशेष रूप से उनके उस बयान को लेकर, जिसमें उन्होंने अमेरिका में अवैध प्रवासियों को बड़े पैमाने पर निर्वासित करने की बात कही थी।
इस घटनाक्रम के बाद भारतीय छात्रों और उनके परिवारों में अनिश्चितता का माहौल है। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने की अपील कर रहा है।