जींद की धरती से इक्नोमिक विक्कर सैक्शन यानि (EWS) आरक्षण में अलग से वर्गीकरण की मांग उठी है। इसे लेकर जींद शहर के भिवानी बाईपास चौक के नजदीक नर्सिंग कालेज में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यातिथि के तौर पर सहकारिता एवं जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, राज्यसभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा, डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिढ़ा पहुंचे। अतिथियों ने कहा कि जरूरतमंदो के हितों की आवाज को मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा।
ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित हरिराम दीक्षित ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि 2007 में आर्थिक आधार पर आरक्षण पाने के लिए आवाज उठाई थी। कड़े संघर्ष के बाद 2013 में प्रदेश में कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने आर्थिक आधार यानि ईबीपीजी पर ब्राह्मण, बनिया, पंजाबी और राजपूतों को आरक्षण दिया था। किंतु 2020 में जब केंद्र की भाजपा सरकार ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण दिया तो उस समय हरियाणा में दिये जा रहे आर्थिक आधार पर आरक्षण को बैन कर दिया गया।
इसके कारण सैंकड़ो युवाओं को नौकरी नहीं मिल पाई है। इसलिए अब सरकार से वर्गीकरण की मांग करते हुए ब्राह्मण, बनिया, पंजाबी और राजपूत के लिए अलग से 5 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान करने की मांग कर रहे है। दीक्षित ने कहा कि जिस तरह सरकार ने एससी समाज के कोटे में वर्गीकरण किया है, ऐसे ही ईडब्ल्यूएस में अलग से आरक्षण का प्रावधान किया जाए। वर्गीकरण करने में सरकार को कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए, क्योंकि यह कोटे में कोटा ही लिया जा रहा है।
समारोह में हरियाणा भर से करीब डेढ़ दर्जन सभाओं के प्रधान और 8 दर्जन संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा हजारों की संख्या में प्रबुद्ध पहुंचे।
राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि मेरे पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा ने आर्थिक आधार पर आरक्षण और दोहलीदार जमीन का मालिकाना हक दिलाने के लिए अहम रोल अदा किया था। उस हक को सींचने के लिए शिद्दत से काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हक की यह लड़ाई एक व्यक्ति विशेष की नहीं, अपितु यह सबके भलाई की लड़ाई है। जहां चाह है, वहां राह है।
सहकारिता एवं जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने बतौर मुख्य वक्ता ने अपने संबोधन में कहा कि जब तक उनकी रगों में खून है, तब तक वे समाज के हित में हमेशा ही मैदान में खड़े मिलेंगें। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज 36 वर्ग को साथ लेकर चलता है। इसलिए ब्राह्मणों को हर जगह मान-सम्मान मिलता है। उन्होंने आर्थिक आधार पर आरक्षण दिलाने के लिए कांग्रेस सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समक्ष कड़ी पैरवी की थी। दूसरी बार मुख्यमंत्री बने नायब सिंह सैनी सबको हक देने में विश्वास रखते है। इसलिए पूरा विश्वास है कि आज हजारो लोगों ने एक साथ जो आवाज बुलंद की है, उसको मुख्यमंत्री निश्चित तौर पर बल देते हुए सिरे चढ़ाने का काम करेगें।
डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने कहा कि ब्राह्मण समाज का पूजा-पाठ में विशेष सहयोग रहता है। इसलिए ब्राह्मण समाज का बच्चा भी पूजनीय माना जाता है। आज हजारों प्रबुद्ध लोगों के बीच विश्वास दिलाता हूं कि जो मांगे ज्ञापन के मार्फत रखी गई है, उनको मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर सिरे चढ़ाने का कार्य करूंगा।