Jind news : सरकारी स्कूल अध्यापिका ने प्रिंसिपल पर लगाए शोषण करने के आरोप, CEO के ट्रांसफर से अटकी जांच, पुलिस व प्रशासन की कार्यप्रणाली पर शिक्षिका ने उठाए सवाल

Sonia kundu
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Jind news : जींद शहर के सरकारी स्कूल में अध्यापिका ने प्राचार्य (principle) पर शारीरिक और मानसिक रूप से शोषण करने के आरोप लगाए हैं। इस मामले में शिक्षा विभाग और प्रशासन पर कार्रवाई करने की बजाय प्राचार्य को बचाने के आरोप लगाए हैं।

जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) की अध्यक्षता में स्थानीय शिकायत कमेटी जांच के लिए गठित की गई थी। पांच माह पहले एक बार इस मामले की सुनवाई हुई। उसके बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. किरण सिंह का ट्रांसफर हो गया। उसके बाद से मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई है।

 

शिक्षिका ने बताया कि स्कूल में एक शिक्षक के खिलाफ प्राचार्य ने किसी मामले में पुलिस व जिला प्रशासन को शिकायत दी थी। इस मामले प्राचार्य उस पर शिक्षक के खिलाफ गवाही देने के लिए दबाव बना रहे थे। उस मामले के बारे में वह कुछ नहीं जानती थी। इसलिए उसने गवाही नहीं दी। जिससे प्राचार्य उससे रंजिश बरतने लगे।

 

करीब डेढ़ साल पहले प्राचार्य ने उससे कहा कि वह उसे होटल में खाना खिलाने के लिए लेकर चले। इसकी रिकार्डिंग भी उसके पास है। जो पुलिस को दी गई। पिछले साल मई में शिक्षा विभाग की एक अधिकारी को मौखिक शिकायत दी। कार्रवाई नहीं होने पर इस साल 29 जनवरी को डीसी को शिकायत दी। डीसी ने तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई के लिए ये शिकायत भेज दी। लेकिन यहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

 

उसके बाद डीसी ने जिला परिषद की तत्कालीन मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. किरण सिंह को जांच दी गई थी। मुख्य कार्यकारी अधिकारी की अध्यक्षता में स्थानीय शिकायत कमेटी गठित की गई थी। लेकिन अब तक इस कमेटी ने जांच की कोई रिपोर्ट नहीं दी है। जब तक कमेटी की जांच पूरी नहीं होती, आगे कोई कार्रवाई नहीं होगी।

 

शिक्षिका की तरफ से पांच जून को महिला आयोग को भी शिकायत दी थी। महिला आयोग ने ये शिकायत एसपी को भेज दी थी। शिक्षिका ने बताया कि वह अब तक क्या जांच हुई, इसको लेकर सीएम विंडो भी लगा चुकी है।

 

Jind news : झूठे हैं आरोप, एक शिक्षक रच रहा साजिश

महिला शिक्षिका के आरोपों पर प्राचार्य का कहना है कि शिक्षिका की तरफ से लगाए गए आरोप गलत हैं। वे नेत्रहीन हैं और दूसरे व्यक्ति पर निर्भर हैं। शिक्षिका ने जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच शिक्षा विभाग की तरफ से आई टीम भी कर चुकी है। जिसमें कुछ नहीं पाया गया है। एक शिक्षक जिसके खिलाफ किसी मामले में उसने शिकायत दी थी, ये मामला कोर्ट में भी चल रहा है। वही शिक्षक एक व्यक्ति के साथ मिलकर उसके साथ साजिश के तहत ये सब करवा रहा है।

महिला अधिकारी ही करेंगी सुनवाई

एडीसी एवं जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक आर्य ने बताया कि महिला शोषण से संबंधित मामले की जांच के लिए जो स्थानीय शिकायत कमेटी गठित की जाती है। उसकी अध्यक्ष महिला अधिकारी ही होती हैं। तत्कालीन मुख्य कार्यकारी डा. किरण सिंह फिलहाल उचाना एसडीएम हैं। वे ही इस मामले को देखेंगी।

एक बार सुनवाई के बाद हो गई थी ट्रांसफर : डा. किरण सिंह

उचाना की एसडीएम डा. किरण सिंह ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों को बुलाकर एक बार ही सुनवाई हुई थी। उसी दौरान उनकी जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद से ट्रांसफर हो गई थी। अगर उनके पास ये मामला आता है, तो आगे की जांच कर रिपोर्ट दी जाएगी। कमेटी में शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों से महिला अधिकारी, वकील सहित छह सदस्य हैं।

 

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