Kisan Pesticides News: गेहूं की फसल में खरपतवार को खत्म करने का यह सबसे उपयुक्त समय है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय रहते खरपतवार को खत्म नहीं किया गया, तो फसल के उत्पादन पर 25 से 40 प्रतिशत तक प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसका मतलब प्रति एकड़ 10 से 15 मन गेहूं की पैदावार का नुकसान हो सकता है। हाल ही में कुछ इलाकों में हुई बारिश के बाद खेतों में नमी बनी हुई है और दिन में धूप भी निकल रही है, जो पेस्टीसाइड के प्रभाव को बढ़ाने के लिए आदर्श स्थिति प्रदान करती है।
खरपतवार प्रबंधन के लिए पेस्टीसाइड का सही उपयोग
1. मंडूसी (गुल्ली-डंडा) और सीटी खरपतवार:
उपयोग: टॉपिक पेस्टीसाइड
मात्रा: 160 ग्राम प्रति एकड़
पानी: 150 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
2. हर साल धान की खेती करने वाले खेत:
उपयोग: एक्सआईएल पेस्टीसाइड
मात्रा: 400 एमएल प्रति एकड़
पानी: 150 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
3. चौड़ी पत्ती के खरपतवार (बथुआ, बेल):
उपयोग: एलग्रिप पेस्टीसाइड
मात्रा: 6-8 ग्राम प्रति एकड़
पानी: 150 लीटर पानी में घोल बनाकर स्प्रे करें।
4. मालवा, जंगली पालक जैसी चौड़ी पत्ती के खरपतवार:
उपयोग: एएफआईएनआईटीआई (AFINITI) पेस्टीसाइड
मात्रा: 20 ग्राम प्रति एकड़
पानी: 150 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
कृषि वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण सलाह
इस समय खरपतवार का खात्मा बहुत जरूरी है। बारिश के बाद खेतों में पर्याप्त नमी है और अब धूप भी निकलने लगी है, जो खरपतवार प्रबंधन के लिए आदर्श समय है। किसान केवल विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए पेस्टीसाइड और उनकी निर्धारित मात्रा का ही उपयोग करें। गलत पेस्टीसाइड या अनुपयुक्त समय पर छिड़काव करने से उत्पादन घट सकता है।