Jind sho rape case : हरियाणा के जींद में SHO पर महिला द्वारा रेप के आरोपों के मामले में पुलिस ने आरोपी राजकुमार उर्फ राजू को रिमांड पर लेने के बाद डीवीआर, कंप्यूटर, मोबाइल, सिम कार्ड समेत कुछ और सामान को बरामद कर लिया है। पुलिस अब तक 24500 रुपए भी आरोपियों के कब्जे से बरामद कर चुकी है। आरोपी महिला सपना और नीरज को पहले ही जेल भेजा चुका है। मुख्य आरोपी बिजेंद्र की पुलिस को अभी भी तलाश है।
आरोपी महिला सपना द्वारा पहले भी कई लोगों को इस तरह से साजिश में फंसाया हुआ है, महिला के पास एक शिकायत लिखी रहती है, इसमें में नाम बदलकर दूसरे लोगों को फंसा लिया जाता था लेकिन इस बार पंगा पुलिस अधिकारी के साथ पड़ गया, इसलिए तत्परता से कार्रवाई हुई और आरोपी महिला गिरफ्तार हो गई।
Jind sho rape case update : सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला
20 जनवरी को जींद पुलिस व महिला आयोग के पास डाक तथा ई-मेल के माध्यम से सिवानी नाम की एक महिला की एक शिकायत मिली। इसमें शिकायतकर्ता महिला ने थाना प्रभारी (SHO) पर रेप के आरोप, अश्लील वीडियो बनाने, धमकाने के आरोप लगाए गए थे। शिकायत में कहा गया था कि थाना प्रभारी उसे अपने निवास स्थान पर बुलाकर दुष्कर्म करता है। उसकी अश्लील वीडियो बनाई हुई है, जिसके दम पर उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है। वह परेशान हो चुकी है। महिला ने डाक के माध्यम से भेजी गई दो पेज की शिकायत के साथ एक पैन ड्राइव भी अटैच की थी।
शिकायत मिलते ही एसपी राजेश कुमार ने तुरंत प्रभाव से एसआईटी गठित कर मामले की जांच शुरू की। जिस डाक से शिकायत आई थी, उसकी जांच की गई। स्कीम नंबर पांच स्थित डाकघर से शिकायत आई थी। पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से दो संदिग्ध युवक निकाले और उनकी पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की तो शिकायतकर्ता महिला सपना को गिरफ्तार किया गया।
सपना ने SHO के खिलाफ शिकायत के लिए 2 लाख रुपए लिए थे
सपना ने ही सिवानी के नाम से शिकायत लिखी थी और उसने पूछताछ में ये बात कबूल कर ली कि वह एसएचओ से कभी नहीं मिली। उसने एसएचओ को फंसाने के लिए बिजेंद्र मोर नामक व्यक्ति से दो लाख रुपए लिए थे। बिजेंद्र मोर का अमरेहड़ी के पास प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था और उस पर केस दर्ज हो गया था। उसने एसएचओ को रुपए देकर मामला रफा दफा करने का प्रयास किया लेकिन एसएचओ ने मना कर दिया। एसएचओ से बदला लेने के लिए ही बिजेंद्र मोर ने उसके माध्यम से फंसाने की साजिश की। सपना ने बताया कि बिजेंद्र ने उसे दो लाख रुपए दिए, जिसके बाद उसने कंप्यूटर से शिकायत लिखवाई।
इसके बाद राजकुमार उर्फ राजू तथा पड़ाना निवासी नीरज के माध्यम से चिट्ठी मुख्य डाकघर से पोस्ट करवाई। राजकुमार को 20 हजार रुपए और नीरज को पांच हजार रुपए दिए गए। सपना ने ही कंप्यूटर से पोर्न वेबसाइट खोलकर एक ऐसी वीडियो डाउनलोड की, जिसमें चेहरा नहीं दिख रहा। इसके पैन ड्राइव में डालकर चिट्ठी के साथ ही पोस्ट करवाया। पुलिस ने वीडियो में भी ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे ये अंदाजा लग सके कि एसएचओ या महिला ही वीडियो में हैं। बिजेंद्र का प्रयास था कि गुमनाम चिट्ठी से हड़कंप मचेगा और शिकायतकर्ता तक पहुंचने से पहले या तो एसएचओ समझौते पर आ जाएगा या फिर उसका तबादला हो जाएगा लेकिन पुलिस ने सतर्कता से काम लिया और तत्परता से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
सपना पहले भी इसी तरीके से ऐंठ चुकी है रुपए, एक ही शिकायत लिखी, बस नाम बदलती थी
पुलिस के अनुसार सपना उर्फ सिवानी पर इससे पहले भी पांच केस दर्ज हैं, जिनमें उसने ब्लैकमेल कर रुपए ऐंठे और बाद में समझौता किया तथा शिकायत वापस ले ली। सपना के पास शिकायत लिखी रहती है, बस हर बार जिसे टारगेट करना होता, उसका नाम बदला और प्रिंट निकाल कर शिकायत पोस्ट करवा देती।
पुलिस सूत्रों के अनुसार एक-दो पीड़ित पुलिस के सामने आ चुके हैं, जिन्होंने कहा कि सपना उन्हें दुष्कर्म के केस में फंसवाने की धमकी देकर रुपए ऐंठ चुकी है। DSP अमित भाटिया का कहना है कि मुख्य आरोपी बिजेंद्र मोर की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। अभी बिजेंद्र पुलिस गिरफ्त से बाहर है।