Jind Chairperson Meeting Cancel : जींद जिला परिषद चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग के लिए मंगलवार को तीसरी बार बुलाई गई मीटिंग भी कैंसिल हो गई। डीसी की अध्यक्षता में मीटिंग होनी थी लेकिन डीसी के चीफ सेक्रेटरी की बैठक में चले जाने के कारण बैठक को कैंसिल किया गया लेकिन दूसरा कारण ये भी सामने आ रहा है कि विरोधी गुट के पास बहुमत नहीं था, इसलिए अगर बैठक होती तो प्रस्ताव गिर जाता और अगले एक साल तक विरोधी गुट अविश्वास प्रस्ताव नहीं ला पाता। जिप चेयरपर्सन का दावा है कि 25 में से 13 पार्षद उनके पास हैं। उन्हें अपनी कुर्सी बचाने के लिए केवल 9 पार्षदों की जरूरत है।
मंगलवार को जिला परिषद चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए बैठक होनी निश्चित हुई थी। दोपहर 12 बजे जिप चेयरपर्सन मनीषा रंधावा तथा प्रतिनिधि कुलदीप रंधावा डीआरडीए सभागार में पहुंच गए थे लेकिन विरोधी गुट की तरफ से कोई पार्षद नहीं आया। करीब आधे घंटे तक इंतजार के बाद जिला प्रशासन की तरफ से मैसेज आया कि बैठक की अध्यक्षता करने के लिए डीसी नहीं पहुंच पाएंगे।
इसका कारण यह बताया गया कि प्रदेश के मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीसी की बैठक बुलाई हुई है, जिसमें जाना डीसी मोहम्मद इमरान रजा के लिए अनिवार्य था। इस कारण चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए जिला परिषद की विशेष बैठक तीसरी बार भी कैंसिल करनी पड़ी। मनीषा रंधावा ने कहा कि जिला परिषद की बैठक नहीं होने से विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। वह पूरी तैयारी के साथ बैठक में भाग लेने के लिए आई थी, लेकिन बैठक नहीं हो पाई।
वीरवार को हाई कोर्ट में होनी है सुनवाई
जिला परिषद की पहली बैठक 13 दिसंबर को होनी थी लेकिन इसे कैंसिल कर दिया गया। इसके बाद दूसरी बार बैठक के लिए 22 जनवरी की तारीख निर्धारित की गई लेकिन इस दिन भी बैठक नहीं हो पाई। दो बार बैठक कैंसिल होने के बाद जिप चेयरपर्सन प्रतिनिधि कुलदीप रंधावा हाई कोर्ट में गए और वहां से 11 फरवरी की तारीख फिक्स करवाई गई और इसमें डीसी को अनिवार्य रूप से करवाने के लिए आश्वासत किया लेकिन यह बैठक भी सिरे नहीं चढ़ पाई। अब बृहस्पतिवार को हाई कोर्ट में इस मामले में सुनवाई होगी। अब सभी की नजर हाईकोर्ट में बृहस्पतिवार को होने वाली सुनवाई पर लग गई हैं।
तीन दिन पहले डिप्टी स्पीकर, भाजपा जिला प्रधान से मिले थे विरोधी पार्षद
तीन दिन पहले विरोधी खेमे से वाइस चेयरमैन सतीश हथवाला, पार्षद प्रतिनिधि जसमेर रजाना सहित कुछ पार्षद पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में विधानसभा डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिढ़ा और भाजपा जिलाध्यक्ष तिजेंद्र ढुल से भी मिले थे और काफी देर तक बंद कमरे में चर्चा कर रणनीति बनाई थी।
वाइस चेयरमैन सतीश हथवाला ने दावा किया था कि उनके पास पूरा बहुमत है और मंगलवार की बैठक में इसे साबित करके चेयरपर्सन को कुर्सी से हटा देंगे। लेकिन यह दावा पूरा नहीं हो पाया। जिला परिषद चेयरपर्सन मनीषा रंधावा ने कहा कि वह पूरी तैयारी के साथ बैठक में पहुंची थी लेकिन बैठक नहीं हो पाई। उनकी कुर्सी को कोई खतरा नहीं है। उनके पास पार्षदों का जरूरी बहुमत है।