Jind News : हरिद्वार से गंगाजल लेकर हिसार, भिवानी, सिरसा, फतेहाबाद की तरफ जींद जिले से होकर गुजर रहे शिवभक्तों की राह आसान हो, इसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा इंतजाम किए गए हैं। जिला पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने कहा कि कांवड़ लाने वाले श्रद्धालुओं के लिए मार्ग निर्धारित करके उन्हें एक सुगम तथा सुरक्षित रास्ता उपलब्ध कराकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। रास्तों और शिविरों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
पुलिस गश्त बढ़ाई गई है। सभी उप पुलिस अधीक्षकों को अलग-अलग रूटों पर लगाया गया है। थाना प्रभारी (Jind News) भी इनके साथ रहकर ड्यूटी करेंगे। इन मार्गो पर 35 पुलिस रीडर 24 घंटे गस्त करेंगे। जिले में 7 मुख्य नाकों पर एक इंचार्ज सहित पांच जवान तैनात रहेंगे। प्रत्येक थाना प्रभारी के साथ एक-एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। जिले के प्रत्येक मंदिर में विशेष तौर पर महिला व पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। यातायात पुलिस को तैनात करके आदेश दिये गये है कि चौंक-चोराहों व भीड-भाड वाले स्थानों पर तैनात पुलिसकर्मी ईमानदारी व सजगता से अपना कर्तव्य निर्वहन करें ताकि किसी भी स्थिति में जाम लगने से बचा जा सके।
इस बार शिवरात्रि पर्व पर भद्रवास का दुर्लभ संयोग
जींद : सावन माह की शिवरात्रि शुक्रवार को है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस बार श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि दो अगस्त को दोपहर 3:26 बजे शुरू हो रही है। यह तीन अगस्त को अपराह्न 3:50 बजे समाप्त हो रही है। ऐसे में सावन शिवरात्रि दो अगस्त को होगी और इसी दिन शिवरात्रि की पूजा और व्रत किया जाएगा।
जयंति देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री के अनुसार इस बार सावन शिवरात्रि पर भद्रवास योग बन रहा है। जोकि बहुत ही दुर्लभ है। इस दौरान भद्रा स्वर्ग में ही वास करेगी। मान्यता है कि इस योग में शिव-पार्वती की पूजा करने से कई गुणा अधिक फल की प्राप्ति होती है। भद्रवास योग का निर्माण तीन अगस्त को दोपहर तीन बजकर 26 मिनट से शुरू होगा और रात तीन बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगा।
कांवड़ लेकर आ रहे शिवभक्त फतेहाबाद निवासी अमरजीत, टोहाना निवासी दरवेश, समैण निवासी नसीब, हिसार के पेटवाड़ निवासी सुनील, पवन, प्रमोद, सोनू, प्रदीप, आशीष, कर्मजीत, विरेंद्र ने बताया कि 24 जुलाई को वह हरिद्वार से कांवड़ लेकर चले थे। सभी ने रथ में भगवान शिवजी की मूर्ति, शिवलिंग, नंदी, गंगाजल रखकर इसे खींचकर लाते समय पानीपत से जींद रोड पर उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
चौक पर, एंट्री किसी तरह के दिशा-निर्देश भी नहीं लगे थे कि कहां से जाएं, कहां से नहीं जाएं। उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में कांवड़ियों के रास्ते में पुलिस जवानों से लेकर जगह-जगह मोबाइल शौचालय, चाय पानी के इंतजाम किए गए थे लेकिन जींद जिले की सीमा में उन्हें कुछ नहीं मिला। इस कारण दिक्कतें हुई।