Haryana Vidhan Sabha Election : हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। 1 अक्टूबर 2024 को होने वाले चुनावों में प्रमुख पार्टियों ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। खासकर उचाना सीट पर टिकट की जंग ने राजनीतिक परिदृश्य को और दिलचस्प बना दिया है।
कांग्रेस की रणनीति : हार चुके नेताओं को बाहर
हरियाणा में कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है। पार्टी ने यह निर्णय लिया है कि वे उन नेताओं पर दांव नहीं लगाएंगे जिन्होंने पूर्व में चुनाव में हार का सामना किया है। यह निर्णय पार्टी की नई रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य नए और प्रभावशाली चेहरों को सामने लाना है। कांग्रेस के लिए यह चुनाव चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन पार्टी ने अपने कैंडिडेट्स को लेकर कड़ी रणनीति बनाई है।
बीजेपी और JJP का गठबंधन टूटना: उचाना पर विशेष ध्यान
भाजपा और जननायक जनता पार्टी (JJP) का गठबंधन टूट चुका है, जिससे राजनीतिक गणित में बदलाव आया है। JJP के आधे विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, जिसमें अनूप धानक और देवेंद्र बबली भी शामिल है। इस स्थिति के चलते उचाना सीट पर राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। उचाना सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए यह सीट महत्वपूर्ण है, और दोनों पार्टियों के लिए टिकट की प्रक्रिया में गहरी मंथन चल रही है।
कांग्रेस की दुविधा : बृजेंद्र सिंह या आम कार्यकर्ता?
उचाना सीट पर टिकट को लेकर कांग्रेस के भीतर गहमा-गहमी जारी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र डुमरखा ने अपने बेटे बृजेंद्र सिंह को उचाना से विधानसभा चुनाव लड़ाने की घोषणा की है। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय कांग्रेस हाइकमान को लेना है। वहीं, पार्टी के अन्य सदस्य जैसे बीरेंद्र घोंघड़ियाँ भी इस सीट पर दावेदारी कर सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस किस चेहरे को चुनावी मैदान में उतारती है।
बीजेपी की स्थिति: उचाना पर संभावनाएं
बीजेपी के लिए भी उचाना सीट पर टिकट की घोषणा को लेकर काफी अटकलें हैं। अभी तक पार्टी ने उचाना सीट पर कोई निश्चित उम्मीदवार नहीं घोषित किया है, लेकिन देवेंद्र अत्री का नाम सुर्खियों में है। पार्टी के भीतर टिकट को लेकर अंदरूनी हलचल जारी है और जल्द ही उम्मीदवार की घोषणा हो सकती है
आम आदमी पार्टी की तैयारी :
आम आदमी पार्टी (AAP) ने 31 अगस्त तक अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा करने की बात कही है। पार्टी का चुनावी रणनीति भी अपनी पूरी मजबूती के साथ तैयार की जा रही है। उचाना सीट पर भी AAP की नजरें हैं, और पार्टी जल्द ही अपने उम्मीदवार की घोषणा कर सकती है।
दुष्यंत चौटाला की घोषणा :
दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट कर दिया है कि वह उचाना सीट से ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उनके इस फैसले ने उचाना सीट पर राजनीतिक गतिशीलता को और तेज कर दिया है। उनकी दावेदारी को लेकर जमीनी स्थिति की भी समीक्षा की जा रही है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में उचाना सीट एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुकी है। कांग्रेस, बीजेपी, JJP और AAP सभी इस सीट पर अपनी दावेदारी को मजबूत करने में जुटी हुई हैं। आगामी दिनों में टिकट वितरण और उम्मीदवारों की घोषणाओं के साथ-साथ चुनावी मुकाबला और भी दिलचस्प हो जाएगा।