आतंकी हमले में शहीद हुए जींद जिले के निडानी गांव के CRPF इंस्पेक्टर कुलदीप मलिक (Shaheed Kuldeep Malik) का सैन्य सम्मान के साथ बुधवार को अंतिम संस्कार हुआ। शहीद के अंतिम संस्कार में पहुंचे सोनीपत सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि कुलदीप मलिक का शहीद स्मारक बनाने का काम किया जाएगा।
कुलदीप (Shaheed Kuldeep Malik) के बेटे नवीन ने कहा कि उन्हें अपने पिता पर गर्व है, जिन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी। ऐसा पिता व बेटा सभी को मिले। जरूरत पड़ी तो वह भी देश के लिए कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेंगे। शहीद कुलदीप के बेटे नवीन भी सेना में ही तैनात हैं। शहीद कुलदीप की पत्नी लक्ष्मी देवी ने कहा कि उन्हें अपने पति पर गर्व है, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहूति दी।
कुलदीप के भांजे विकास आर्य ने शहादत से आधा घंटा पहले का वाकया बताते हुए कहा कि मामा कुलदीप जब आपरेशन में जंगल की तरफ जा रहे थे तो गांव में छोटी बच्चियां मिली, जो हाथों में राखी लिए हुए थी। उन्होंने बच्चियों को रुपये देना चाहा लेकिन बच्चियों ने रुपये नहीं लिए और कहा कि वापस आते समय ही राखी बांधकर रुपये लेंगी। लेकिन आपरेशन के बाद वह वापस नहीं लौट पाए। आतंकी जंगल में घात लगाए बैठे थे। कुलदीप को गाेली लगने के बाद भी वह मुकाबला करते रहे।
पूर्व जिला पार्षद व कुलदीप के परिवार के सदस्य अमित मलिक ने कहा कि उनकी मांग है कि गोहाना रोड से वाया निडानी, पड़ाना, शामलो होते हुए जुलाना तक जाने वाली सड़क का नाम शहीद कुलदीप मलिक मार्ग रखा जाए व उनका शहीद स्मारक बनाया जाए।
सीआरपीएफ इंस्पेक्टर कुलदीप मलिक (Shaheed Kuldeep Malik) का सैन्य सम्मान के साथ बुधवार को अंतिम संस्कार हुआ। कुलदीप के बेटे ने मुखाग्नि दी। सेना के अधिकारियों ने बेटे को तिरंगा सौंपा। सेना की टुकड़ी ने शहीद को अंतिम सलामी दी और मातमी धुन बजी।
ग्रामीणों के अलावा आसपास के गांवों से भी लोग तथा हजारों युवा शहीद की अंतिम यात्रा पहुंचे और नम आंखाें के साथ देशभक्ति नारे लगाए। इस दौरान सोनीपत सांसद सतपाल ब्रह्मचारी, जुलाना विधायक अमरजीत ढांडा के अलावा प्रशासन की तरफ से डीसी मोहम्मद इमरान रजा, एसपी सुमित कुमार ने मौके पर पहुंच शहीद को श्रद्धांजलि दी।