Delhi Dehradun Expressway : दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का पहला खंड, जो अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) तक जाता है, नवंबर 2024 में यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। इस नए एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों को भारी राहत मिलने की उम्मीद है। एक्सप्रेसवे का यह खंड न केवल यात्रा को तेज और सुरक्षित बनाएगा, बल्कि रोजमर्रा की भीड़भाड़ से जूझ रहे यात्रियों के लिए भी एक नया विकल्प प्रस्तुत करेगा।
Delhi Dehradun Expressway :यात्रियों के लिए सुगम और तेज़ यात्रा
दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच यात्रा करना अब पहले से अधिक आसान और सुगम होगा। इस एक्सप्रेसवे के खुलने से यात्रियों को भीड़भाड़ से राहत मिलेगी और यात्रा का समय भी कम हो जाएगा। एक्सप्रेसवे पर एलिवेटेड रोड और सर्विस रोड के निर्माण से थ्रू ट्रैफिक और स्थानीय यातायात को अलग करने में मदद मिलेगी, जिससे ट्रैफिक फ्लो बेहतर होगा और यात्रियों का समय बचेगा।
Delhi Dehradun Expressway Entry Exit Points : महत्वपूर्ण एंट्री और एक्जिट पॉइंट्स
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पहले खंड में कई महत्वपूर्ण एंट्री और एक्जिट पॉइंट्स बनाए गए हैं, जो यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किए गए हैं।
एंट्री पॉइंट्स: अक्षरधाम, गीता कॉलोनी, श्मशान घाट (कैलाश नगर), सोनिया विहार, विजय विहार, मंडोला, और खजूरी चौक।
एक्जिट पॉइंट्स: मंडोला, सोनिया विहार, विजय विहार, और खजूरी चौक।
ये एंट्री और एक्जिट पॉइंट्स (Entry and Exit Point) उत्तर प्रदेश से दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों के लिए सुविधाजनक हैं। खास बात यह है कि दिल्ली के यात्रियों को इस एक्सप्रेसवे में प्रवेश करने और निकलने पर टोल का भुगतान नहीं करना होगा, जिससे यह यात्रा और भी अधिक सुलभ हो जाएगी।
स्थानीय यातायात को भी मिलेगा लाभ
Delhi-Dehradun Expressway : एक्सप्रेसवे के साथ-साथ एनएचएआई द्वारा सर्विस रोड की गुणवत्ता में भी सुधार किया जा रहा है, जिससे स्थानीय यातायात को भी राहत मिलेगी। इस परियोजना के तहत एलिवेटेड रोड (Elevated Roads and Service Road) और सर्विस रोड का निर्माण यह सुनिश्चित करेगा कि स्थानीय और लंबी दूरी के यातायात के बीच कोई टकराव न हो, जिससे यातायात सुचारू रूप से चलता रहे।
Delhi Dehradun Expressway :
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का पहला खंड यातायात में बड़ा बदलाव लाने के लिए तैयार है। यह परियोजना न केवल यात्रियों के समय की बचत करेगी, बल्कि यात्रा के अनुभव को भी अधिक सुखद और आरामदायक बनाएगी। नवंबर 2024 में इसके खुलने से दिल्ली और उत्तर प्रदेश के लाखों यात्री लाभान्वित होंगे।