MLA Dr. Krishan Midha : जींद विधायक डा. कृष्ण मिढ़ा का 5 साल का बहीखाता, जन्म, योग्यता, संपत्ति, कितने काम करवाए, कितने नहीं हुए पूरे

Sonia kundu
By Sonia kundu
MLA Dr. Krishan Midha Jind MLA Dr. Krishan Midha's 5 years ledger, birth, qualification, property
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Jind MLA Dr. Krishan Midha : जींद विधानसभा क्षेत्र प्रदेश की राजनीति में अपना विशेष स्थान रखती है। एक दौर में चौधरी दलसिंह जैसे बड़े नेता जींद का प्रतिनिधित्व करते रहे है। लंबे समय तक जींद की राजनीति मांगेराम गुप्ता व बृजमोहन सिंगला के इर्द गिर्द चलती रही। हालांकि पिछले चार चुनाव से गुप्ता और सिंगला का गढ़ टूट गया और यहां मिढ़ा परिवार ने कब्जा किया है।

वर्ष 2009 व 14 के चुनाव में डा. हरिचंद मिढ़ा इनेलो के टिकट पर विधायक बने और फिर उनके बेटे डा. कृष्ण मिढ़ा (Dr. Krishan Midha)  2014 के उपचुनाव से ही भाजपा के जीत रहे हैं। जींद में कांग्रेस का प्रभाव रहा है, लेकिन अब पिछले तीन चुनाव में कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही है। उपचुनाव में कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला भी तीसरे स्थान पर रहे थे। पिछली बार जजपा के टिकट पर दूसरे स्थान पर रहने वाले महावीर गुप्ता अब कांग्रेस में हैं।

 

Dr. Krishan Midha Biography : जींद  विधायक का बहीखाता

  • विधायक का नाम : डा. कृष्ण मिढ़ा
  • विधानसभा क्षेत्र : जींद
  • चुनाव चिन्ह : कमल का फूल
  • पार्टी : भाजपा
  • उम्र : 54
  • शिक्षा : BAMS
  • राजनीतिक अनुभव :15 साल
  • संपत्ति : 16326752
  • आपराधिक पृष्ठभूमि : नहीं
MLA Dr. Krishan Midha Jind MLA Dr. Krishan Midha's 5 years ledger, birth, qualification, property
MLA Dr. Krishan Midha Jind MLA Dr. Krishan Midha’s 5 years ledger, birth, qualification, property

Dr Krishan Midha MLA : जो विकास कार्य करवाए

. करीब ढाई करोड़ रुपये की लागत से देवीलाल चौक अंडरपास का निर्माण
. 25 करोड़ रुपये से बरसाती पानी निकासी के लिए अमृत योजना के तहत पाइप लाइन डली

. क्लस्टर योजना के तहत जींद विधानसभा क्षेत्र के दर्जन भर गांवों के लिए पेयजल की सुविधा
. करीब 20 करोड़ रुपये से अर्बन एस्टेट की टूटी सड़कों को दोबारा बनाया गया।

. विधानसभा क्षेत्र में 60 करोड़ रुपये से अधिक राशि से गांवों के संपर्क मार्ग बने हैं।

 

Dr. Krishan Midha) काम  जो पूरे नहीं हुए

. शहर की सबसे बड़ी समस्या पेयजल है। इसके लिए करीब 400 करोड़ रुपये से परियोजना पर काम शुरू हो चुका है।

. मिनी बाईपास पर रोहतक-भिवानी रोड के बीच रेलवे लाइन के नीचे अंडरपास बनाया जाना है। इसकी प्रक्रिया चल रही है।
. हैबतपुर गांव में मेडिकल कालेज का काम चल रहा है।

. ट्रांसपोर्ट नगर के लिए घोषणा हुई, लेकिन अभी तक जमीन नहीं मिल पाई है।
. जयंती देवी मंदिर के सामने सामुदायिक केंद्र व पार्क का निर्माण शुरू नहीं हो पाया।

 

पक्ष :  कांग्रेस जींद को जिस हाल में छोड़ कर गई थी, उसे याद किया जाना चाहिए। विश्वविद्यालय के नाम पर सिर्फ कुछ कमरे थे। आज चौधरी रणबीर सिंह विवि पूरा रूप ले रही है। यहां कानून की पढ़ाई शुरू हुई है। इसके लिए युवाओं की लंबे समय से मांग थी। अमृत योजना से शहर को काफी लाभ हुआ है। अधिकतर क्षेत्र में वर्षा का पानी तीन से चार घंटे में आसानी से निकल जाता है। पेयजल और मेडिकल कालेज की परियोजना काफी बड़ी हैं।

इनमें समय लगता है, लेकिन दोनों पर काम चल रहा है। शहर का नया बाईपास बना, यहां कांग्रेस के समय में मिट़्टी डाल गई, लेकिन उस पर घास उग गई थी। इस काम को पूरा करवाया गया है। शहर में सैकड़ों गलियां पक्की हुई हैं। जींद विधानसभा की जनता जानती है कितना विकास हुआ है। विपक्ष का काम तो कमी निकालना ही होता है।

–डा. कृष्ण मिढ़ा (Dr. Krishan Midha), भाजपा विधायक जींद।

 

विपक्ष : जींद में कहीं भी विकास नजर नहीं आ रहा है। विकास के नाम पर अमृत योजना का दावा किया जा रहा है, लेकिन यह योजना जींद शहर के लिए विष साबित हुई। बनी हुई सड़कें भी तोड़ दी और अभी तक दोबारा नहीं बनी हैं। शहर के सबसे महत्वपूर्ण मिनी बाईपास की हालत सबके सामने है। तीन साल से दावा किया जा रहा है कि इस बार मेडिकल कालेज में कक्षाएं शुरू होंगी, लेकिन इसका काम अभी तक भी पूरा नहीं हुआ है। उल्टा कांग्रेस की सरकार के दौरान जींद नागरिक अस्पताल को 200 बेड का किया गया, सेक्टर आठ में पालीक्लीनिक बनाया गया। चिकित्सकों की दोनों जगह कमी है। पालीक्लीनिक बंद होने की स्थिति में है। इसी प्रकार पेयजल के लिए लोग परेशान हैं। जनस्वास्थ्य विभाग मान चुका है कि जींद में भूमिगत पानी पीने योग्य नहीं है, लेकिन नहरी पेयजल सिर्फ घोषणाओं में है।
-महावीर गुप्ता, कांग्रेस नेता।

 

Share This Article