Pan Masala banned :हरियाणा में गुटखा और पान मसाला पर प्रतिबंध एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। हालांकि कोरोना काल के समय सरकार ने यह फैसला लिया था। पान मसाला पर प्रतिबंध की अवधि एक साल और बढ़ाए जाने को लेकर आदेश जारी कर दिए गए हैं। हरियाणा में गुटखा और पान मसाला के निर्माण भंडारण और वितरण पर एक साल तक के लिए पाबंदी रहेगी। ये आदेश राज्य के सभी जिला उपायुक्त, सभी पुलिस अधीक्षक, सभी सिविल सर्जन, सभी अधिकारियों व सभी खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी को जारी किए गए हैं।
गौरतलब है कि सात सितंबर 2020 को खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत निर्मित खाद्य सुरक्षा एवं मानक (विक्रय प्रतिरोध और निर्बंधन) नियम 2011 के विनियम 2.3.4 के अनुसार किसी खाद्य उत्पाद में संघटकों के रूप में तंबाकू व निकोटिन (गुटखा) पान मसाला के उपयोग पर विभाग द्वारा एक वर्ष के लिए प्रतिबंध लगाया गया था। अब खाद्य सुरक्षा विभाग हरियाणा के आयुक्त ने इन आदेशों को आगामी एक वर्ष के लिए स्वीकृति दे दी है।
निर्माण, भंडारण और वितरण पर प्रतिबंध रहेगा
आदेशों के तहत गुटखा, पान मसाला के निर्माण, भंडारण और वितरण पर प्रतिबंध रहेगा। अब गुटखा (Pan Masala banned )व पान मसाला में तंबाकू व निकोटिन का पाया जाना कानूनी अपराध है। कोई भी व्यक्ति तम्बाकू व निकोटिन युक्त खाद्य पदार्थ का निर्माण, भंडारण व बिक्री करता है तो उसके खिलाफ खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत कार्रवाई की जाएगी। आदेशां को लेकर अधिकारियों को पत्र भेज कर अवगत करवा दिया गया है।
कोरोना के दौरान सरकार ने लिया था फैसला
देश में जब कोरोना महामारी फैली थी तो हरियाणा सरकार फैसला लिया था कि प्रदेश में पान, गुटखा आदि को बेचने पर(Pan Masala banned ) रोक लगा दी गई है। जिससे लोगों के सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर रोक लगाई जा सके। उस दौरान इस प्रतिबंध को एक साल के लिए लगाया था। अब फिर से एक साल के लिए इसे लागू किया गया है। पान, गुटखा की बिक्री गैरकानूनी मानी जाएगी।
लोगों ने किया फैसले का स्वागत
गौरतलब है कि इस रोक को एक साल के लिए बढ़ाए जाने पर आमजन ने स्वागत किया है। यदि कोई नियम का उल्लंघन करता है, तो उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
थूकने पर फैल सकता है संक्रमण का खतरा : डा. रमेश पांचाल
नागरिक अस्पताल के डिप्टी सीएमओ डा. रमेश पांचाल ने बताया कि पान मसाला, गुटखा खाने से सेहत को नुकसान होता है। इनमें इतने (Pan Masala banned )ढेर सारे नुकसानदेय केमिकल होते हैं, जिनसे कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। पान मसाला को खाने से ल्यूकोप्लाकिया बीमारी हो सकती है। इसमें मुंह के अंदर लाल दाग, मुंह में घाव व ओरल टिश्यू में घाव की कंडीशन पैदा हो जाती है। सार्वजनिक स्थानों पर लोग थूकने से बचें, इसके लिए पान, गुटखा पर बैन लगाया गया है।