Haryana Assembly Elections Updates 2024: कांग्रेस की गुटबाजी, BJP की तैयारी और AAP से केजरीवाल की एंट्री

Sonia kundu
By Sonia kundu
Haryana Assembly Elections 2024: Congress' factionalism, BJP's preparation and Kejriwal's entry from AAP
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Haryana Assembly Elections Updates : हरियाणा विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी, बीजेपी की चुनावी तैयारियां और अरविंद केजरीवाल की सक्रियता ने राजनीतिक परिदृश्य को नई दिशा दी है। इस लेख में सभी घटनाक्रमों का विश्लेषण है और आगामी विधानसभा चुनाव के संभावित परिणामों पर विचार किया गया है ।

Haryana Congress की गुटबाजी: हाईकमान की नई रणनीति

हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी की स्थिति ने पार्टी के चुनावी अभियान को चुनौतीपूर्ण बना दिया है। कांग्रेस हाईकमान ने इस समस्या से निपटने के लिए तीन वरिष्ठ नेताओं को ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सीनियर कांग्रेस नेता अजय माकन और Punjab विधानसभा में विपक्षी दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा को नियुक्त किया गया है।

Haryana Assembly Elections Updates : ऑब्जर्वर की जिम्मेदारियां

1. बागी नेताओं की निगरानी और उन्हें मनाना : जिन सीटों पर बगावत हो रही है, उन सीटों पर बागी नेताओं से मुलाकात कर उन्हें मनाने की जिम्मेदारी।

2. कमजोर सीटों की पहचान: कमजोर सीटों की पहचान कर उन्हें जीतने योग्य बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाना।

3. आंतरिक मतभेदों का समाधान: पार्टी के बड़े नेताओं के बीच चल रहे मतभेदों को खत्म कराना और पार्टी एकता को बनाए रखना।

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, इस बार भूपेंद्र हुड्डा गुट की ओर झुकाव दिखाई दे रहा है। Bhupender Hooda के 60 से अधिक समर्थकों को टिकट दी गई है, जिससे कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला गुट में नाराजगी देखी जा रही है। इससे पार्टी की एकता प्रभावित हो सकती है, जिसे Congress हाईकमान गंभीरता से ले रहा है।

Haryana Assembly Elections 2024: Congress' factionalism, BJP's preparation and Kejriwal's entry from AAP
Haryana Assembly Elections 2024: Congress’ factionalism, BJP’s preparation and Kejriwal’s entry from AAP

BJP की चुनावी रणनीति: PM मोदी की रैली और सुरक्षा प्रबंध

भारतीय जनता पार्टी (BJP) Haryana Assembly Elections के लिए पूरी तैयारी में जुटी है। लोकसभा चुनाव में जीटी रोड बेल्ट पर बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ा था। इस बेल्ट में कुरुक्षेत्र और करनाल सीट पर बीजेपी को जीत मिली, जबकि अंबाला और सोनीपत में हार का सामना करना पड़ा।

PM Modi Kurukshetra Rally: प्रधानमंत्री मोदी की रैली और GT बेल्ट में प्रभाव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुरुक्षेत्र में 6 जिलों के उम्मीदवारों के साथ रैली हो रही है। रैली को लेकर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।

Kurukshetra Rally में शामिल उम्मीदवार:

करनाल:

जगमोहन आनंद (करनाल)

रामकुमार कश्यप (इंद्री)

हरविंद्र कल्याण (घरौंडा)

योगेंद्र राणा (असंध)

भगवानदास कबीरपंथी (नीलोखेड़ी)

 

कुरुक्षेत्र:

नायब सिंह सैनी (लाडवा)

सुभाष चंद (शाहाबाद)

सुभाष सुधा (थानेसर)

जयभगवान (पिहोवा)

 

यमुनानगर:

घनश्याम दास (यमुनानगर)

बलवंत सिंह (साढौरा)

कंवर पाल गुर्जर (जगाधरी)

श्याम सिंह राणा (रादौर)

अंबाला:

पवन कुमार (नारायणगढ़)

अनिल विज (अंबाला कैंट)

असीम गोयल (अंबाला शहर)

अमित सारवन (मुलाना)

 

पंचकूला:

ज्ञानचंद गुप्ता (पंचकूला)

शक्ति रानी (कालका)

 

कैथल:

कुलवंत बाजीगर (गुहला)

कमलेश ढांडा (कलायत)

लीलाराम गुर्जर (कैथल)

सतपाल जांबा (पुंडरी)

PM Modi kurukshetra Rally में सुरक्षा प्रबंध: सामान ले जाने पर पाबंदी:

रैली स्थल पर बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, हथियार, विस्फोटक सामग्री और ज्वलनशील पदार्थ ले जाने पर पाबंदी रहेगी। इसके अलावा, सादा कागज, स्केच पैन, मार्कर, स्याही की बोतल और काले रंग के कपड़े (Black Clothes Banned) भी पाबंदी की सूची में शामिल हैं।

ड्रोन और ग्लाइडर: PM मोदी के दौरे के दौरान किसी भी प्रकार के ग्लाइडर और Drones उड़ाने पर पाबंदी रहेगी।

सुरक्षा व्यवस्था: रैली स्थल के सभी गेटों पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं और वर्दी व सादे कपड़ों में पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए हैं।

Arwind Kejriwal Entry In Haryana Assembly Election 2024 : केजरीवाल की एंट्री और AAP की चुनावी रणनीति

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव पर फोकस करना शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं और खासकर शहरी और कस्बा इलाकों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की कोशिश कर रही है।

Haryana Assembly Elections Updates : AAP की रणनीति:

गुरुग्राम और फरीदाबाद: दिल्ली से सटे इन जिलों में AAP का प्रभाव देखने को मिल सकता है। यहां के लोग दिल्ली की राजनीति और नीतियों से प्रभावित हैं।

हिसार: यहाँ AAP की पकड़ धीरे-धीरे मजबूत हो रही है, जो कि एक संभावित क्षेत्रीय प्रभाव के संकेत दे रही है।

हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की गुटबाजी, बीजेपी की चुनावी तैयारी और अरविंद केजरीवाल की सक्रियता ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। कांग्रेस के आंतरिक मतभेद, बीजेपी की रैली की सुरक्षा व्यवस्था और AAP का चुनावी दांव आगामी चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं। इस चुनावी माहौल में सभी पार्टियों की रणनीतियों को समझना और उनके प्रभाव का आकलन करना महत्वपूर्ण है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इन राजनीतिक उठा-पटक के बीच कौन सा दल बाजी मारता है और हरियाणा की सत्ता पर काबिज होता है।

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