Mehndipur Balaji Temple : ऐसा चमत्कारी मंदिर जहां से प्रसाद घर ले जाना है वर्जित, जानिए ये है रहस्यमयी कारण

Anita Khatkar
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Mehndipur Balaji Temple : भारत में प्राचीन और चमत्कारी मंदिरों की कमी नहीं है, जहां श्रद्धालु अपनी समस्याओं के समाधान के लिए जाते हैं। ऐसा ही एक अद्भुत और रहस्यमयी मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है – मेहंदीपुर बालाजी मंदिर। यह मंदिर हनुमान जी के बाल रूप को समर्पित है और यहां पर भक्तों को मानसिक पीड़ाओं और भूत-प्रेत के साए से छुटकारा मिलता है। इस मंदिर की अनोखी मान्यता इसे विशेष बनाती है और इसकी खासियत यह है कि यहां का प्रसाद भक्तों को घर ले जाना वर्जित है।

Mehndipur Balaji Temple : भूत-प्रेत से मुक्ति का अद्भुत केंद्र

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर को उन लोगों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है, जो किसी बुरी शक्ति या भूत-प्रेत (Ghost) के साए से परेशान होते हैं। यहां पर हनुमान जी के साथ-साथ भैरव बाबा और प्रेतराज की पूजा की जाती है। मान्यता है कि यहां आने वाले भक्त अगर किसी बुरी आत्मा या नकारात्मक शक्ति के प्रभाव में होते हैं, तो विशेष पूजा और अनुष्ठान के जरिए उन्हें राहत मिलती है। यहां नियमित रूप से भूत-प्रेत बाधा निवारण के लिए विशेष अनुष्ठान होते हैं, जिनके दौरान कई भक्त चिल्लाते हुए नजर आते हैं, जिससे समझा जाता है कि वे बुरी शक्तियों से मुक्ति पा रहे हैं। हनुमान जी अपने भक्तों के कष्टों को यहां बांध कर रखते हैं।

Mehndipur Balaji Temple : प्रसाद न ले जाने की अनोखी परंपरा

इस मंदिर की सबसे अनोखी मान्यता यह है कि यहां का प्रसाद भक्तों को घर ले जाने या खाने की अनुमति नहीं होती। इसके पीछे मान्यता है कि इस मंदिर में बंधी हुई प्रेतात्माएं और नकारात्मक शक्तियां (Negative Power) प्रसाद के साथ जुड़ी होती हैं। अगर कोई गलती से भी यहां का प्रसाद अपने घर ले जाता है, तो ऐसी आत्माएं उसके साथ घर तक पहुंच सकती हैं और वहां अपना प्रभाव जमा सकती हैं।

Mehndipur Balaji Temple:यह भी कहा जाता है कि प्रसाद के साथ बुरी शक्तियां घर के वातावरण को नकारात्मक बना सकती हैं, जिससे परिवार के सदस्यों को मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे मंदिर का प्रसाद वहीं पर ग्रहण करें और इसे घर न ले जाएं।

Mehndipur Balaji Temple : क्यों है यह मंदिर अनूठा?

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर न केवल अपनी चमत्कारी शक्तियों और भूत-प्रेत से मुक्ति के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां की धार्मिक परंपराएं और अनुष्ठान भी इस मंदिर को खास बनाते हैं। यहां हनुमान जी के बाल रूप की पूजा की जाती है, जो भक्तों को मानसिक और शारीरिक परेशानियों से राहत देने के लिए विख्यात है। दूर-दूर से लोग यहां अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए आते हैं।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की यह रहस्यमयी और अनोखी परंपरा इसे भारत के अन्य मंदिरों से अलग और विशेष बनाती है।

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