TRAI new rule: ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों पर लगाम कसने के उद्देश्य से भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने एक बड़ा कदम उठाया है। TRAI ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे SMS के जरिए भेजे जाने वाले URL, OTT लिंक और APK को 1 अक्टूबर से ब्लॉक कर दें, यदि ये लिंक व्हाइटलिस्ट में नहीं होंगे। यह फैसला ऑनलाइन फ्रॉड से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए लिया गया है।
TRAI new rule: ऑनलाइन फ्रॉड रोकने के लिए सख्त कदम
TRAI ने 20 अगस्त को सभी टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया था कि वे SMS के जरिए भेजे जाने वाले किसी भी लिंक को तभी अनुमति दें जब वह लिंक व्हाइटलिस्ट में हो। इसका मुख्य उद्देश्य SMS के जरिए होने वाले ऑनलाइन धोखाधड़ी से लोगों को सुरक्षित रखना है। इस प्रक्रिया में अब तक 3,000 से अधिक कंपनियों ने 70,000 से अधिक लिंक को व्हाइटलिस्ट में जोड़ दिया है।
TRAI new rule: 1 अक्टूबर से लागू होगा नया नियम
TRAI के इस नए नियम के तहत, अगर कोई कंपनी 1 अक्टूबर तक अपने लिंक को व्हाइटलिस्ट में नहीं जोड़ती है, तो वह SMS के जरिए अपने लिंक भेजने में असमर्थ होगी। इस कदम से धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल होने वाले फर्जी लिंक और APK फाइल्स को रोका जा सकेगा, जिससे आम जनता को अवांछित और हानिकारक सामग्री से बचाया जाएगा।
TRAI new rule: SMS पर बढ़ेगा भरोसा
TRAI के इस फैसले से SMS पर लोगों का विश्वास और भी मजबूत होगा। खासकर बैंकिंग और ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए यह एक बड़ा फायदा साबित होगा, क्योंकि उनके ग्राहकों को विश्वसनीय और सुरक्षित जानकारी मिल सकेगी। इससे स्पैम और फिशिंग जैसी गतिविधियों पर भी रोक लगेगी।
TRAI new rule: ऑनलाइन सुरक्षा को मिलेगी मजबूती
TRAI के इस नए नियम से टेलीकॉम कंपनियों को ऑनलाइन सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी। अगर किसी कंपनी को SMS के जरिए अपने लिंक भेजने की अनुमति चाहिए, तो उसे पहले अपना लिंक TRAI की व्हाइटलिस्ट में पंजीकृत करना होगा। इससे न केवल धोखाधड़ी के प्रयासों पर रोक लगेगी, बल्कि SMS के माध्यम से प्राप्त होने वाली जानकारी पर भी लोगों का भरोसा बढ़ेगा।
TRAI new rule: सुरक्षा और तकनीक का संगम
TRAI का यह नया कदम तकनीकी सुरक्षा को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो ग्राहकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी और गलत सूचनाओं से सुरक्षित रखने के साथ-साथ टेलीकॉम कंपनियों के लिए एक जिम्मेदारी भी है। इससे SMS के माध्यम से भेजी जाने वाली जानकारी और लिंक पर न केवल नियंत्रण बढ़ेगा, बल्कि कंपनियों को भी अधिक सावधानी बरतनी होगी।
TRAI new rule से ऑनलाइन फ्रॉड पर एक बड़ा अंकुश लगने की उम्मीद है। 1 अक्टूबर से लागू होने वाले इस नए नियम के तहत, टेलीकॉम कंपनियों को अपने लिंक व्हाइटलिस्ट में डालने की प्रक्रिया को समय पर पूरा करना होगा, ताकि ग्राहकों को सही और सुरक्षित सेवाएं प्रदान की जा सकें।