Jind Politics : जींद जिले की पांच विधानसभा में बड़े दिग्गजों ने अपनी पार्टियों की लाज बचाने का भी काम किया तो वहीं कुछ दिग्गज नए चेहरों के सामने धाराशायी होते नजर आए। जुलाना में कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट ने जीत हासिल कर कांग्रेस की लाज रखी तो उचाना से कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह व जजपा प्रत्याशी दुष्यंत चौटाला भाजपा के नए चेहरे देवेंद्र अत्री का सामना नहीं कर पाए।
जजपा प्रत्याशी पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Uchana Politics)की तो जमानत भी जब्त हो गई। उनसे ज्यादा मत तो निर्दलीय प्रत्याशी विरेंद्र घोघड़ियां तथा विकास काला को भी मिले। दुष्यंत चौटाला राजनीति का बड़ा चेहरा हैं। बृजेंद्र सिंह भी पहले हिसार लोकसभा से सांसद रह चुके हैं तो उनके पिता बीरेंद्र सिंह केंद्रीय मंत्री तथा माता प्रेमलता उचाना से ही विधायक रह चुकी हैं। उचाना काे कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है लेकिन इस बार ये बड़े दिग्गज कमाल नहीं कर पाए।
नरवाना (Narwana Politics) में भाजपा प्रत्याशी कृष्ण बेदी बड़े दिग्गज माने जाते हैं और वह विजयी रहे। वह सीएम मनोहर लाल के राजनीतिक सचिव रह चुके हैं। वहीं सफीदों से सुभाष गांगोली भी दिग्गज नेता माने जाते हैं, क्योंकि पिछले पांच साल के कार्यकाल में जिले से कांग्रेस के इकलौते विधायक रहे। इस कारण सुभाष गांगोली दिग्गज नेताओं में शुमार रहे लेकिन इस बार भाजपा प्रत्याशी रामकुमार गौतम सुभाष गांगोली पर भारी पड़े।