ACB Action: हरियाणा में भ्रष्टाचार के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है और इसी क्रम में एक ताजा मामला रोहतक से सामने आया है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए FSD (खाद्य भंडारण डिपो) गोहाना के दो कर्मचारियों को राइस मिल संचालक से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इन आरोपियों के पास से एक लाख 45 हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं। बुधवार को ACB की टीम इन दोनों आरोपियों को अदालत में पेश करेगी।
ACB Action: ACB की टीम की कार्रवाई
यह कार्रवाई ACB के डीएसपी सुमित कुमार के नेतृत्व में की गई, जिसमें महिला इंस्पेक्टर प्रमिला की भूमिका अहम रही। ACB की इस सफल कार्रवाई के बाद एफएसडी गोहाना डिपो में हड़कंप मच गया है। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में और भी अधिकारी और कर्मचारी ACB के रडार पर हैं, जिनसे आने वाले दिनों में पूछताछ हो सकती है।
ACB Action: राइस मिल मालिक से वसूल रहे थे मोटी रकम
रिश्वतखोरी का यह मामला तब सामने आया जब रोहतक के सेक्टर-4 निवासी अजय सिंह अहलावत, जो घिलोड़ में राइस मिल के मालिक हैं, ने ACB को शिकायत दी। अहलावत की मिल को हरियाणा स्टेट कस्टम राइस मिलिंग का ठेका मिला हुआ है, जिसके तहत उन्हें धान से चावल तैयार कर FSD गोहाना डिपो में जमा करना होता है।
राइस मिल मालिक का आरोप है कि एफएसडी गोहाना डिपो के अधिकारी हर ट्रक चावल पर 6 से 7 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। रिश्वत न देने पर चावल की गुणवत्ता में बिना वजह कमी निकालकर ट्रकों को वापस भेज दिया जाता था, जिससे मिल मालिक को 20 से 25 हजार रुपये का नुकसान हो रहा था। इस डर से मिल मालिक लंबे समय से रिश्वत देकर काम करवा रहे थे, लेकिन जब अधिकारियों ने सात ट्रकों के लिए डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगी तो उन्होंने तंग आकर ACB को इसकी शिकायत कर दी।
ACB Action: ACB की योजना और गिरफ्तारी
अजय सिंह की शिकायत के बाद ACB Team ने एक योजना तैयार की और मंगलवार को FSD Gohana Depo पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान, ACB की टीम ने रंगे हाथ दो कर्मचारियों, रविंद्र और धर्मेंद्र को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। जांच के दौरान रविंद्र के पास से 50,500 रुपये और धर्मेंद्र के पास से 94,500 रुपये बरामद हुए।
ACB Action: कर्मचारी और उनके पद
गिरफ्तार किए गए आरोपी कर्मचारियों में से एक रविंद्र, जो रोहतक के लाढ़ोत गांव का निवासी है, एफएसडी गोहाना में सहायक के पद पर कार्यरत था। वहीं, दूसरा आरोपी धर्मेंद्र, जो झुंझुनु के घसेड़ा गांव का निवासी है जो तकनीकी सहायक के रूप में काम करता था।
ACB Action: आगे की कार्रवाई और जांच की उम्मीद
ACB की टीम बुधवार को दोनों आरोपियों को अदालत में पेश करेगी, जहां उनके रिमांड की मांग की जाएगी। रिमांड के दौरान पूछताछ में अन्य अधिकारी और कर्मचारियों के भी नाम सामने आने की उम्मीद है, जो इस रिश्वतखोरी के मामले में शामिल हो सकते हैं।
ACB Action: भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई
यह घटना एक बार फिर हरियाणा में बढ़ते भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करती है, लेकिन साथ ही एंटी करप्शन ब्यूरो की तुरंत और सटीक कार्रवाई इस बात का संकेत है कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसे मामलों में सख्त सजा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए न्यायपालिका और ACB की भूमिका अहम होती है। उम्मीद है कि इस मामले में और भी गुनहगारों को सजा मिलेगी और भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी।