Aloo New Variety: आमतौर पर खेती भारतीय किसानों के लिए ज्यादा मुनाफे का सौदा नहीं होती है। लेकिन वर्तमान में नई किस्मों और आधुनिक तरीकों से कई किसान छप्परफाड़ कमाई कर रहे हैं। आज हम आपको आलू की एक ऐसी नई वैरायटी के बारे में बताएंगे जिससे किसान भाई कम लागत में मोटी कमाई कर सकते हैं। आलू की खेती करने वाले किसान भाइयों के लिए यह नई वैरायटी किसी तोहफे से कम नहीं है। आलू की इस वैरायटी की खेती कम दिनों में पूरी हो जाती है और उपज भी अच्छी मिलती है। इसके अलावा घरेलू मंडियों में इसकी डिमांड भी लगातार बढ़ती जा रही है। आलू की इस वैरायटी का नाम है कुफरी मोहन। आलू की इस नई किस्म कुफरी मोहन की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। आइए जानते हैं आलू की कुफरी मोहन किस्म की खेती कम लागत में कैसे करें…
आलू की कुफरी मोहन किस्म की खेती ऐसे करें
आलू की कुफरी मोहन किस्म की अच्छे तरीके से खेती करने के लिए सबसे पहले किसानों को खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए। इसके साथ किसानों को खेत में देसी गोबर की खाद भी डालनी चाहिए जिससे मिट्टी में पोषक तत्व बढ़ते रहेंगे। इसके बाद आलू की कुफरी मोहन किस्म के उच्च गुणवत्ता वाले असली बीजों को खरीदना चाहिए जो आपको अपने नजदीकी मंडियों या खाद-बीज की दुकान से आसानी से मिल जाएंगे। बिजाई के बाद समय समय पर पानी और मिट्टी के पौषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए खाद आदि डालने चाहिए। इसके बाद इसकी कुफरी मोहन आलू की फसल करीब 100 दिनों में तैयार हो जाती है।
कुफरी मोहन किस्म से कितनी होगी आमदनी?
आलू की इस नई किस्म की खेती करने से किसानों को जबरदस्त पैदावार मिलेगी जिससे किसान भाईयों की कमाई भी बंपर होगी। एक हेक्टेयर यानि लगभग ढाई एकड़ (2.471 एकड़) में आलू की कुफरी मोहन किस्म की खेती करने से करीब 40 टन (1000 मण) की पैदावार देखने को मिल सकती है यानी लगभग एक एकड़ में करीब 400 मण की पैदावार होगी। किसान भाई एक हेक्टेयर में आलू की इस किस्म की खेती से करीब 6 लाख रूपए तक की कमाई कर सकते है। कुफरी मोहन आलू की किस्म किसानों के लिए सबसे फायदेमंद है, इसकी आलू की खेती करने वाले किसान भाइयों को इसकी खेती जरूर करनी चाहिए। इसके अलावा किसान अपनी मिट्टी की जांच करवाकर कृषि विशेषज्ञों से भी जमीन के अनुसार आलू की अन्य किस्मों को चुन सकते हैं।