Assembly election news : जींद विधानसभा चुनावों में 8 बार हो चुके हैं रोमांचक मुकाबले, जीत-हार का अंतर 100 मतों का, उचाना में बना सबसे छोटी जीत का रिकॉर्ड

Assembly Election news : जींद जिले के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में अभी तक हुए विधानसभा चुनावों में आठ बार मुकाबले काफी रोमांचक और सांसें अटका देने वाले हुए हैं। इनमें जीत-हार का अंतर बहुत कम था। जिस तरह से सरपंची के लिए मतदान और कार्यकर्ताओं का जोर लगता है, उसी तरह इन चुनावों में भी कार्यकर्ताओं को काफी पसीना बहाना पड़ा।

जींद में बृज मोहन सिंगला ने मांगेराम गुप्ता को मात्र 146 मतों से तो सफीदों में भी धज्जा राम ने मास्टर( Assembly election news )सतनारायण को 108 मताें के अंतर से मात दी थी। अब सबसे कम मतों की जीत में एक और रिकार्ड जुड़ गया है। यह रिकार्ड उचाना से भाजपा के देवेंद्र अत्री ने कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह को 32 मतों से हराकर कायम किया है।

जींद विधानसभा में वर्ष 1982 में काफी करीबी मुकाबला हुआ था। उस समय कांग्रेस की सीट पर मांगेराम गुप्ता तथा लोकदल ( Assembly election news )की सीट पर बृज मोहन सिंगला प्रत्याशी थे। उस दौरान बृज मोहन सिंगला को 27045 वोट तथा मांगेराम गुप्ता को 26899 वोट मिले थे। बृजमोहन सिंगला 146 मतों से विजयी रहे थे। अंतिम समय और अंतिम राउंड तक कार्यकर्ताओं के बीच बेचैनी रही थी।

इसी तरह वर्ष 2014 में डा. हरिचंद्र मिढ़ा इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे और भाजपा की टिकट पर सुरेंद्र बरवाला मैदान में थे। उस दौरान डा. हरिंचंद मिढ़ा को 31631 वोट तो सुरेंद्र बरवाला को 29374 वोट मिले थे। इसमें डा. हरिचंद मिढ़ा 2257 वोटों से विजयी हुए थे। उस दौरान भाजपा और नरेंद्र मोदी के नाम की आंधी चल रही थी।

नरवाना में शमशेर सिंह सुरजेवाला ने टेकचंद को 836 मतों से हराया था
नरवाना की चुनावी रणभूमि में भी मुकाबले काफी दिलचस्प रहे हैं। वर्ष 1977 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे शमशेर सिंह( Assembly election news ) सुरजेवाला को 9078 वोट मिले थे जबकि उनके सामने आजाद उम्मीदवार टेकचंद को 8242 वोट मिले थे। तब शमशेर सिंह सुरजेवाला 836 मतों से विजयी रहे थे।

इसके बाद 1996 में शमशेर सिंह सुरजेवाला के बेटे रणदीप सिंह सुरजेवाला को कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ते हुए 28286 वोट मिले थे और उनके सामने हरियाणा विकास पार्टी से जयप्रकाश जेपी चुनाव लड़ रहे थे। उस दौरान रणदीप सुरजेवाला को 28286 वोट मिले थे तो जयप्रकाश को 27437 वोट मिल पाए थे। इसमें रणदीप सुरजेवाला 849 मतों से जीते थे।

सफीदों में धज्जा राम ने मास्टर सतनारायण को दी थी 108 मताें से मात
सफीदों विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 1972 में कांग्रेस की सीट पर धज्जा राम चुनाव लड़ रहे थे और उनके सामने विशाल हरियाणा पार्टी के प्रत्याशी मास्टर सतनारायण थे। इसमें धज्जा राम को 19570 वोट और सतनारायण को 19462 वोट मिले थे। इसमें धज्जा राम 108 वोटों से विजयी रहे थे।

2009 में उचाना में डा. ओपी चौटाला ने बीरेंद्र सिंह को 621 मताें से हराया था
हाट सीट मानी जाने वाली उचाना विधानसभा चुनावों में भी दो बार करीबी मुकाबले हुए हैं। वर्ष 2009 में इनेलो से ओमप्रकाश चौटाला को 62669 वोट मिले थे तो कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे बीरेंद्र सिंह काे 62048 वोट मिले थे। इसमें ओपी चौटाला 621 मतों से विजयी रहे थे।

Assembly election news : जींद विधानसभा चुनावों में 8 बार हो चुके हैं रोमांचक मुकाबले, जीत-हार का अंतर 100 मतों का, उचाना में बना सबसे छोटी जीत का रिकॉर्ड
Assembly election news : जींद विधानसभा चुनावों में 8 बार हो चुके हैं रोमांचक मुकाबले, जीत-हार का अंतर 100 मतों का, उचाना में बना सबसे छोटी जीत का रिकॉर्ड

इससे पहले 1977 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की सीट पर बीरेंद्र सिंह को 12120 वोट मिले थे और जनता पार्टी की टिकट पर रणबीर सिंह को 10488 वोट मिले थे। इसमें बीरेंद्र सिंह 1632 वोट मिले थे। उस दौरान भी मुकाबला काफी दिलचस्प रहा था।

जुलाना में स्वतंत्र पार्टी के नेता ने चौधरी दल सिंह को दी थी पटखनी
जुलाना विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 1968 के चुनावाें में कांग्रेस के कद्​दावर नेता चौधरी दल सिंह और स्वतंत्र पार्टी उम्मीदवार मास्टर नारायण सिंह के बीच मुकाबला था। इसमें मास्टर नारायण सिंह को 17052 वोट मिले थे तो चौधरी दल सिंह को 15788 वोट मिले थे। तब मास्टर नारायण सिंह 1044 मतों से विजयी रहे थे।

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *