Jind Civil Hospital news : जींद के नरवाना सिविल अस्पताल में डिलीवरी के दौरान बच्चे की मौत, जच्चा गंभीर, परिजनों ने लगाए आरोप

Parvesh Malik
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Jind Civil Hospital news : नागरिक अस्पताल के गायनी वार्ड में डिलीवरी के दौरान लापरवाही का मामला सामने आया हैं। इसमें डिलीवरी के दौरान नवजात बच्चे की मौत हो गई, जबकि जच्चा की गंभीर हालात बनी हुई हैं। महिला के स्वजनों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर डिलीवरी में लापरवाही का आरोप लगाया हैं और जांच करके कार्रवाई की मांग की हैं।

प्रेम नगर नरवाना निवासी प्रीति को 11 फरवरी को प्रसव पीड़ा होने के बाद नागरिक अस्पताल में डिलीवरी को लेकर आए थें। उस समय डा. रिया मित्तल ड्यूटी पर मौजूद थी। स्वजनों का आरोप है कि डाक्टर की लापरवाही के कारण डिलीवरी के दौरान बच्चे की मौत हो गई और महिला को अत्यधिक रक्तस्राव होने लगा। उन्होंने बताया कि जब स्थिति बिगड़ गई तो डाक्टरों ने महिला को जींद के नागरिक अस्पताल रेफर कर दिया। जहां डाक्टरों ने जांच के बाद बताया कि महिला की बच्चेदानी कट गई हैं। जिससे जच्चा स्थिति नाजुक बनी हुई है। इसके बाद उसे तुरंत हिसार के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां अब उसका इलाज जारी है। स्वजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि सही समय पर उचित इलाज मिलता तो बच्चे की जान बच सकती थी और महिला की हालत इतनी गंभीर न होती। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषी डाक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

 

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से जांच की मांग

महिला के ससुर राजेश ने कालोनी के लोगों के साथ मिलकर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ रोष जताया। जहां पर उन्होंने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि डिलीवरी के दौरान लड़का व लड़की पैदा होने पर अलग-अलग रेट निर्धारित किए गए हैं, जिसके लिए लड़का पैदा होने पर चार हजार रुपये की मांग की जाती है और लड़की होने पर बाद मेें बात करने के लिए कहा जाता है। लोगों का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में आए दिन इस तरह की लापरवाही देखने को मिलती हैं। जिससे मरीजों की जान जोखिम में पड़ जाती है।

 

बाल अधिकारी संरक्षण की सदस्या के सामने रखी शिकायत

वीरवार को जब महिला के स्वजन शिकायत लेकर नागरिक अस्पताल में एसएमओ कार्यालय में पहुंचे तो उसी समय हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या मीना शर्मा भी अस्पताल के एसएनसीयू एवं लेबर रूम का निरीक्षण कर रही थी। स्वजनों ने उनके सामने अपनी व्यथा बताई तो मीना शर्मा ने संबंधित डाक्टर से जवाब तलबी की। मीना शर्मा ने संबंधित डाक्टर को पूरी केस रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा। स्वजनों ने आयोग की सदस्या को स्वास्थ्य मंत्री के नाम शिकायत सौंपी तो मीना शर्मा ने उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।

 

किसी के साथ न हो ऐसी अनहोनी

स्वजन सुनील कुमार ने कहा कि हमारा बच्चा तो चला गया, लेकिन किसी और के साथ ऐसी घटना न हो इसीलिए उन्होंने आयोग की सदस्या को डाक्टरों की लापरवाही की शिकायत सौंपी है। इसके अतिरिक्त डिलीवरी के दौरान प्रयोग में आने वाली दवाइयों व उपकरण के लिए बाहर से सामान मंगवाया जाता हैं। डाक्टरों का जवाब होता है कि अस्पताल में ये सामान उपलब्ध नहीं है। ऐसे में मरीज रात को कहां-कहां भटके। इसके लिए वे मंत्री कृष्ण बेदी, स्वास्थ्य मंत्री आरती राव व मुख्यमंत्री नायब सैनी को भी शिकायत करेंगे ताकि गरीब लोगों को सरकारी अस्पतालों में समय पर इलाज मिल सके और उन्हें अपनी जान से हाथ न धोना पड़े।

 

महिला प्रीति के स्वजन शिकायत लेकर मेरे पास आए थे। उनकी शिकायत बारे पूरी तरह से जांच की जाएगी और जो भी बात सामने आएगी, उससे उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया जाएगा।

डा. देवेंद्र बिंदलिश, एसएमओ नरवाना।

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