Best Badri Cow Ghee: जानिए आयुर्वेदिक गुणों का खजाना बद्री गाय का घी कैसे कर सकता है रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत

Anita Khatkar
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Best Badri Cow Ghee: बद्री गाय का घी, जिसे पारंपरिक भारतीय तरीके से तैयार किया जाता है, आजकल स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। यह घी खासतौर पर बद्री नस्ल की गायों से प्राप्त दूध से बनता है, जो कि उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्र में पाई जाती हैं। बद्री गाय का घी बिलोना पद्धति के जरिए तैयार किया जाता है, जिसमें दही को मथकर मक्खन निकाला जाता है और फिर उसे घी में तब्दील किया जाता है।

Best Badri Cow Ghee: बद्री गाय के घी को अन्य देसी घियों से अलग इसके अद्वितीय पोषक तत्वों और औषधीय गुणों के कारण माना जाता है। आइए जानते हैं इसके फायदे और क्यों इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए।

Best Badri Cow Ghee: विटामिन्स और मिनरल्स के साथ पोषण का खजाना

बद्री गाय का घी जरूरी फैटी एसिड, विटामिन A, D, E और K, और शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। ये तत्व शरीर की समग्र स्वास्थ्य स्थिति को बनाए रखने में सहायक होते हैं। विशेष रूप से, इस घी में मौजूद विटामिन A और E त्वचा और आंखों की सेहत के लिए लाभकारी माने जाते हैं। इसके अलावा, यह हड्डियों की मजबूती और मस्तिष्क स्वास्थ्य में भी सहायक है, खासकर बढ़ती उम्र के लोगों के लिए।

पाचन तंत्र के लिए लाभकारी

आयुर्वेद के अनुसार, बद्री गाय का घी पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में सहायक होता है। यह आंतों को चिकनाई प्रदान करता है, जिससे पाचन प्रक्रिया सुचारू रहती है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। इसके नियमित सेवन से शरीर में पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण होता है, जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि

बद्री गाय के घी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसे एक महत्वपूर्ण तत्व माना गया है, जो शरीर को संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है। ठंड के मौसम में इसे अपने आहार में शामिल करना बेहद फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह शरीर को भीतर से गर्मी प्रदान करता है।

त्वचा और बालों की देखभाल में अद्वितीय

बद्री गाय का घी त्वचा और बालों के लिए एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर का काम करता है। इसकी नियमित मालिश त्वचा को नमी प्रदान करती है और बालों को भी स्वस्थ और चमकदार बनाए रखती है। त्वचा की रौनक बढ़ाने के लिए इसे चेहरे पर लगाने का भी चलन है।

आयुर्वेदिक महत्व

आयुर्वेद में बद्री गाय के घी को सात्विक भोजन माना गया है, जो शरीर की तीनों दोषों – वात, पित्त, और कफ को संतुलित करता है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायक होता है, जब इसे संतुलित मात्रा में सेवन किया जाए।

कुल मिलाकर, बद्री गाय का घी न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है बल्कि पारंपरिक और प्राकृतिक तरीके से तैयार किया गया यह घी आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण है।

नोट: ये कोई चिकित्सीय सलाह है, कोई भी नया उत्पाद उपयोग करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

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