Train ticket booking : रेलवे काउंटर की भीड़ में धक्के खाने और खुले पैसे की दिक्कत से जूझते यात्रियों को अब बड़ी राहत मिल गई है। उत्तर मध्य रेलवे ने क्यूआर कोड के माध्यम से टिकट बुकिंग की एक सरल और त्वरित प्रक्रिया शुरू की है। इस नई व्यवस्था के जरिए यात्री अब केवल अपने मोबाइल का इस्तेमाल करके 10 सेकेंड के भीतर अपना टिकट बुक कर सकते हैं।
रेलवे की इस तकनीक ने यात्रियों को न केवल समय की बचत दी है, बल्कि टिकट खरीदने की प्रक्रिया को भी अत्यधिक सरल बना दिया है। पहले जहां काउंटर पर लंबी लाइनें, OVER CHARGING और CHILLER की समस्या से जूझना पड़ता था, अब वह सभी झंझटें समाप्त हो गई हैं।
कैसे करें क्यूआर कोड से टिकट बुकिंग ?
क्यूआर कोड से टिकट बुकिंग के लिए यात्रियों के मोबाइल में किसी भी यूपीआई ऐप का होना आवश्यक है। रेलवे स्टेशनों पर क्यूआर कोड के बैनर लगाए गए हैं, जिन्हें स्कैन करके यात्री सीधे टिकट बुकिंग सेक्शन में पहुंच सकते हैं। इसके बाद, भुगतान करते ही तुरंत जनरल टिकट (GENERAL TICKET) प्राप्त हो जाता है।
इस तकनीक से पहले यह सुविधा दक्षिण भारत में लागू की गई थी, जिसे अब उत्तर मध्य रेलवे में भी तेजी से फैलाया जा रहा है। प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडल में सैकड़ों काउंटरों पर क्यूआर कोड ( QR CODE) से PAYMENT की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
मंडल | यूटीएस काउंटर ( UTS COUNTER ) | पीआरएस काउंटर (PRS COUNTER) |
प्रयागराज | 2 | 2 |
झांसी | 40 | 4 |
आगरा | 44 | – |
आगामी विस्तार | 272+(प्रयागराज) | 158+ (झांसी) |
डिजिटल इंडिया को मिलेगा बढ़ावा
उत्तर मध्य रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, इस नई तकनीक से न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ी है, बल्कि सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान को भी मजबूती मिलेगी। यूपीआई ऐप( UPI APP) से भुगतान करने पर लेनदेन सुरक्षित, तेज़ और पूरी तरह डिजिटल हो जाता है, जिससे कैशलेस इकोनॉमी (Cashless Economy) को भी बढ़ावा मिलता है।
आने वाले समय में प्रयागराज मंडल में 272, झांसी में 158 और आगरा मंडल में 89 अन्य काउंटरों पर भी यह सुविधा शुरू की जाएगी। इस तरह, उत्तर मध्य रेलवे के 600 से अधिक काउंटरों पर क्यूआर कोड से भुगतान की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
यात्रियों को भीड़ से निजात
इस नई तकनीक ने रेलवे काउंटर पर होने वाली भीड़, धक्का-मुक्की और समय की बर्बादी को लगभग समाप्त कर दिया है। अब यात्री आसानी से अपने मोबाइल से टिकट बुक कर सकते हैं और सुरक्षित व सुविधाजनक यात्रा का आनंद ले सकते हैं।
उत्तर मध्य रेलवे की यह पहल यात्रियों के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो रही है और भविष्य में अन्य मंडलों में भी इसे लागू करने की योजना है।