Childrens ki surgery aur parents ki tayari: बच्चों को सर्जरी से पहले और बाद में कैसे दें सपोर्ट: माता-पिता के लिए आसान सुझाव!

Anita Khatkar
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Childrens ki surgery aur parents ki tayari: नई दिल्ली: बच्चों के लिए सर्जरी का अनुभव हमेशा डरावना हो सकता है, फिर चाहे वह मामूली सर्जरी ही क्यों न हो। अक्सर कहा जाता है कि माइनर सर्जरी केवल तब तक माइनर होती है जब वह खुद पर न हो रही हो। लेकिन अगर आपका बच्चा सर्जरी से गुजर रहा है तो यह निश्चय ही आसान नहीं होता। इसलिए, बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करना जरूरी है ताकि वे इस अनुभव को कम डर के साथ स्वीकार सकें और उनकी रिकवरी भी बेहतर हो।

विशेषज्ञों का कहना है कि जो बच्चे सर्जरी से पहले मानसिक रूप से तैयार होते हैं, वे सर्जरी के बाद कम तनाव और चिंता का अनुभव करते हैं। हर उम्र के बच्चों में यह परिणाम समान पाया गया है। माता-पिता के लिए भी यह एक चुनौतीपूर्ण समय होता है, इसलिए पहले खुद को मानसिक रूप से तैयार करना आवश्यक है ताकि वे अपने बच्चे के लिए सशक्त समर्थन प्रणाली बन सकें।

Parents ki tayari: खुद को तैयार करें

बच्चे को सर्जरी के लिए तैयार करने के लिए माता-पिता को पहले खुद को तैयार करना होता है। सबसे पहले, आपके बच्चे की जो सर्जरी होने वाली है उसके बारे में पूरी जानकारी लें । आपके बच्चे का सर्जन आपको ऑपरेशन में लगने वाला टाइम, ऑपरेटिंग रूम में बिताया जाने वाला समय, दर्द को कंट्रोल करने के उपाय, घाव की देखभाल और रिकवरी के बारे में डिटेल्स में बताएंगे।

कुछ सर्जरी सेम-डे ही हो जाती हैं, जहां बच्चे को रात भर अस्पताल में रहने की आवश्यकता नहीं होती। ऑपरेशन का समय छोड़कर अधिकांश समय माता-पिता अपने बच्चे के साथ रह सकते हैं। ऑपरेशन के बाद, आप बच्चे के साथ रिकवरी रूम में भी रह सकते हैं।

Childrens ki surgery aur parents ki tayari: बच्चों की मानसिकता को समझें

सर्जरी से पहले बच्चों में कई गलतफहमियां हो सकती हैं। बच्चे कभी-कभी सोचते हैं कि उन्होंने कुछ गलत किया है या मानते हैं कि केवल बुरे बच्चों को इंजेक्शन दिए जाते हैं। इसलिए माता-पिता का यह दायित्व बनता है कि वे अपने बच्चे को सही जानकारी दें और उसके भ्रम को दूर करें।

अलग-अलग उम्र के साथ बच्चों की चिंताएं भी अलग होती हैं। सर्जरी से पहले उनकी भावनाओं को समझना और उन्हें सपोर्ट करना बेहद जरूरी है।

आइए, जानते हैं कि विभिन्न उम्र के बच्चों में किस तरह की भावनाएं पाई जाती हैं और आप उन्हें कैसे संभाल सकते हैं।

Childrens ki surgery aur parents ki tayari: छोटे बच्चों की चिंताएं

छोटे बच्चे अक्सर यह समझने में कठिनाई महसूस करते हैं कि सर्जरी या ऑपरेशन क्या है। वे सोच सकते हैं कि वे दर्दनाक अनुभव से गुजरने वाले हैं। बच्चों को इस उम्र में सबसे अधिक इस बात की चिंता होती है कि वे अपने माता-पिता से दूर होंगे या वे अकेले रह जाएंगे। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चे को बताएं कि वे हर समय उसके साथ रहेंगे और सर्जरी के बाद तुरंत मिलेंगे।

माता-पिता को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे को यह समझाना चाहिए कि डॉक्टर और नर्स उसके अच्छे के लिए हैं और सर्जरी उसके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए है। इसके बाद वो ठीक होकर खुशी से घर पर रह सकता है और उसे दोबारा हॉस्पिटल आने की जरूरत नहीं होगी। वो अपने दोस्तों और भाई-बहनों के साथ जल्द ही खेल पाएगा। उसे भावनात्वक सपोर्ट दें।

Surgery concerns of teenagers: किशोरों की चिंताएं और उन्हें दूर करने के उपाय

टीनएजर्स की चिंताएं छोटे बच्चों से अलग होती हैं। सर्जरी से पहले किशोरों में निम्नलिखित चिंताएं हो सकती हैं:

नियंत्रण खोने का डर: किशोर यह सोच सकते हैं कि वे खुद को नियंत्रित नहीं कर पाएंगे, विशेषकर सर्जरी के दौरान।

दोस्तों और स्कूल से दूर होने का डर: इस उम्र में बच्चे अपने दोस्तों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं और उन्हें सर्जरी की वजह से उनसे दूर रहना कठिन लग सकता है।

शारीरिक परिवर्तन का डर: टीनएजर्स अपने शरीर में किसी भी बदलाव से घबरा सकते हैं। उन्हें डर हो सकता है कि सर्जरी से उनका शरीर बदल जाएगा।

Childrens ki surgery aur parents ki tayari: दर्द और खतरे का डर: टीनएजर्स सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द और जोखिमों से घबरा सकते हैं।

माता-पिता को चाहिए कि वे टीनएजर्स को समझाएं कि उनकी भावनाएं स्वाभाविक हैं। उन्हें अपनी चिंताओं को अभिव्यक्त करने दें और अगर वे रोना चाहें तो उन्हें ऐसा करने की अनुमति दें। साथ ही, आप उन्हें अपनी भावनाओं को एक डायरी में लिखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं, ताकि वे अपने विचारों को स्पष्टता से समझ सकें। दोस्तों और परिवार को भी बच्चे का सपोर्ट करने के लिए फोन कॉल, मैसेज, कार्ड या विज़िट करने के लिए प्रेरित करें, ताकि बच्चे को सपोर्ट का एहसास हो।

Pre surgery tour for Childern and parents: अतिरिक्त सहायता: प्री-सर्जरी टूर

चार साल या उससे अधिक उम्र के बच्चे प्री-सर्जरी टूर से लाभ उठा सकते हैं, जो कई हॉस्पिटल्स में चाइल्ड लाइफ स्पेशलिस्ट द्वारा आयोजित किया जाता है। ये स्पेशलिस्ट अस्पताल में भर्ती बच्चों और उनके परिवारों की भावनात्मक, सामाजिक और विकासात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ट्रेंड होते हैं। इस टूर में बच्चे और उनके परिवार अस्पताल के स्टाफ, उपकरणों और वातावरण से परिचित हो सकते हैं ताकि सर्जरी के दिन कम तनाव महसूस हो।

इस टूर का उद्देश्य बच्चों और माता-पिता दोनों के मन में सर्जरी को लेकर मौजूद सवालों का जवाब देना है। इसके माध्यम से बच्चों को यह पता चलता है कि कौन उनके साथ होगा और ऑपरेशन के बाद कैसे देखभाल की जाएगी। यह माता-पिता को भी यह समझने में मदद करता है कि वे सर्जरी और रिकवरी की प्रक्रिया के दौरान किस तरह से अपने बच्चे को समर्थन दे सकते हैं।

Childrens ki surgery aur parents ki tayari: बच्चों को सर्जरी से पहले और बाद में कैसे दें सपोर्ट: माता-पिता के लिए आसान सुझाव!
Childrens ki surgery aur parents ki tayari: बच्चों को सर्जरी से पहले और बाद में कैसे दें सपोर्ट: माता-पिता के लिए आसान सुझाव!

operation ke baad childern ko kaise support kare: सर्जरी के बाद बच्चों को कैसे सपोर्ट करें

सर्जरी के बाद बच्चों को भावनात्मक और शारीरिक सहायता की आवश्यकता होती है। माता-पिता का साथ और उनके धैर्य से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है और रिकवरी भी तेज होती है। बच्चे को उसके पसंदीदा खिलौने या किताबों के साथ समय बिताने दें और यदि संभव हो तो घर पर आरामदायक माहौल बनाएं।

माता-पिता को ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे को समय-समय पर सर्जरी से जुड़े अपने विचारों को व्यक्त करने का अवसर मिले। इससे बच्चे का डर कम हो सकता है और वे भविष्य में अन्य चिकित्सा प्रक्रियाओं के लिए भी अधिक आत्मविश्वासी महसूस कर सकते हैं।

बच्चों की सर्जरी उनके और माता-पिता दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण होती है। बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करना न केवल उनकी चिंता कम करता है बल्कि रिकवरी में भी मदद करता है। इसलिए, अपने बच्चे के साथ समय बिताएं, उनके सवालों का जवाब दें और उन्हें प्यार और सपोर्ट का एहसास कराएं।

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