Dengue fever: नई दिल्ली: देशभर में डेंगू बुखार की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NVBDCP) के तहत डेंगू के प्रति जागरूकता बढ़ाने की पहल की है। डेंगू, एडीज मच्छर के काटने से होने वाला एक गंभीर रोग है, जो मुख्यतः दिन में सक्रिय रहता है।
Dengue fever: उपचार और बचाव के उपाय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि अधिकांश डेंगू के मामलों का प्रबंधन घर पर भी किया जा सकता है। बुखार होने पर पैरासिटामोल का सेवन करें और तरल पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें। मंत्रालय का कहना है कि उपचार से बचाव बेहतर है और इसके लिए आवश्यक उपाय किए जाने चाहिए:
1. स्वच्छता का ध्यान रखें:
पानी से भरी टंकियों और बर्तनों को ढककर रखें।
अनुपयोगी बर्तनों, गमलों, और टायरों में पानी जमा न होने दें।
हर सप्ताह कूलरों को खाली करके अच्छे से साफ करें।
2. सुरक्षा के उपाय:
पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
मच्छर भगाने वाली कॉइल और क्रीम का उपयोग करें।
दिन में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
Dengue fever: लक्षणों की पहचान
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, पीठ दर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द शामिल हैं। गंभीर मामलों में त्वचा पर लाल चकत्ते, मसूड़ों और नाक से खून आना भी देखा जा सकता है। ऐसे लक्षणों के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Dengue fever: नि:शुल्क जांच की सुविधा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी है कि डेंगू की नि:शुल्क जांच की सुविधा चिन्हित सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और डेंगू के प्रति जागरूक रहें।
इस अभियान के जरिए सरकार का उद्देश्य डेंगू के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना और स्वास्थ्य को सुरक्षित रखना है। आइए, हम मिलकर इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई लड़ें और स्वस्थ जीवन जीने का प्रयास करें!