Education haryana : एक से 17 मई तक जिले भर में हुए मात्र 806 नए दाखिले, शिक्षक घर-घर जाकर कर रहे जागरुक
Jind news : जिले के सरकारी स्कूलों में सुविधाएं तो हर साल बढ़ती जा रही हैं लेकिन विद्यार्थियों की संख्या कम होती जा रही है। डोर-टू-डोर जाकर सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधा और अच्छी पढ़ाई का दावा करने के बावजूद भी गुरुजी अभिभवकों का भरोसा नहीं जीत पा रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक मई से 17 मई तक जिले भर में मात्र 806 नए दाखिले हो पाए हैं।
पिछले साल की तुलना में इस वर्ष छात्रों की संख्या 4887 घटी है। हालांकि दाखिले के लिए कुछ और समय बाकी है लेकिन पिछले साल का भी लक्ष्य इस बार पूरा होता नहीं दिख रहा। पिछले वर्ष बाल वाटिका से लेकर पांचवीं कक्षा तक जिले भर में छात्र संख्या 42351 थी लेकिन इस वर्ष यह संख्या 37464 तक ही पहुंची है।
पिछले वर्ष के मुकाबले छात्र संख्या 4887 कम है। सत्र 2022-23 में जिले के 720 राजकीय स्कूलों में बालवाटिका से लेकर पांचवीं कक्षा तक कुल छात्र संख्या एक लाख 30 हजार 901 थी, वहीं 2023-24 में छात्र संख्या घट कर एक लाख सात हजार 884 रह गई। ऐसे में अप्रैल माह में शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने अधिकारियों की आनलाइन बैठक लेकर दाखिला बढ़ाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद से ही राजकीय स्कूलों के शिक्षकों द्वारा डोर टू डोर अभियान शुरू किया गया था, जो अभी तक जारी है।
ये है पिछले वर्ष और इस वर्ष बाल वाटिका से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों की संख्या
पिछले वर्ष बालवाटिका से लेकर पांचवीं कक्षा तक उचाना ब्लाक में 7683, पिल्लूखेड़ा ब्लाक में 2582, जींद ब्लाक में 8794, नरवाना ब्लाक में 9271, अलेवा ब्लाक में 3263, सफीदों ब्लाक में 6129 व जुलाना ब्लाक में 4629 छात्र संख्या थी। इस वर्ष 17 मई तक उचाना ब्लाक में छात्र संख्या 6785, पिल्लूखेड़ा ब्लाक में 2281, जींद ब्लाक में 7682, नरवाना ब्लाक में 8292, अलेवा ब्लाक में 2860, सफीदों ब्लाक में 5325 व जुलाना ब्लाक में 4239 छात्र संख्या है। नरवाना में सबसे ज्यादा 1112 बच्चों की संख्या कम हुई है।
सरकारी योजनाओं का लाभ, बेहतर पढ़ाई का दावा भी नहीं आ रहा काम
शिक्षक घर-घर जाकर अभिभावकों को अवसर मोबाइल एप के माध्यम से परीक्षा, सुपर-100 स्कीम के तहत नीट और जेईई की निशुल्क तैयारी के लिए प्रशिक्षण, हर माह बच्चे और अभिभावकों के साथ शिक्षकों की बैठक, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों के लिए निशुल्क जांच शिविर, अनुसूचित जाति के छठी एवं नौवीं के विद्यार्थियों के लिए मुफ्त साइकिल सुविधा, विद्यार्थियों को मुफ्त वर्दी, पुस्तकें, स्कूल बैग और स्टेशनरी, विद्यार्थियों के लिए अनेक प्रकार की छात्रवृत्ति, विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों की रुचि बढ़ाने के लिए योजना के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसके बावजूद भी छात्र संख्या नहीं बढ़ पा रही है, जो कि चिंता का विषय है।
वर्जन…
छात्र संख्या बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है। इस माह के अंत तक दाखिला बढ़ाने पर जोर रहेगा। उम्मीद है कि छात्र संख्या बढ़ जाएगी और जो अंतर है उसे पूरा कर लिया जाएगा।
–डा. सुभाष वर्मा, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी जींद।