Education News: हरियाणा में पिछले लंबे समय से लटका हुआ PGT और हेड मास्टरों की पदोन्नति का मामला जल्द ही सुलझ सकता है। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने के साथ, राज्य के 600 सरकारी स्कूलों को नए प्रिंसिपल मिल सकते हैं।
800 से अधिक स्कूलों में प्रिंसिपल पद खाली
हरियाणा में कुल 2300 से अधिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं, जिनमें से 800 से ज्यादा स्कूलों में प्रिंसिपल के पद खाली पड़े हैं। यह कमी इसलिए बढ़ रही है क्योंकि कई प्रिंसिपल सेवानिवृत्त हो गए हैं और नए पदाधिकारी नियुक्त नहीं हो पाए हैं। पिछले वर्ष अप्रैल में शिक्षा विभाग ने पीजीटी और हेड मास्टरों से प्रिंसिपल पद पर पदोन्नति के लिए केस मांगे थे, लेकिन लोकसभा चुनाव और अन्य कानूनी अड़चनों के कारण यह प्रक्रिया लंबित रह गई थी।
आचार संहिता के बाद पदोन्नति की संभावना
अब विधानसभा चुनाव समाप्त होने और आचार संहिता हटने के बाद, शिक्षा विभाग तेजी से प्रमोशन प्रक्रिया को पूरा करने में जुटा है। नई सरकार के शपथ ग्रहण के तुरंत बाद यह प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है। शिक्षा विभाग ने प्रमोशन के योग्य पीजीटी और हेड मास्टरों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं, जिसे अधिकारी छुट्टी के दिनों में भी पूरा कर रहे हैं।
शिक्षा विभाग से जुड़ी उम्मीदें
प्रिंसिपल के पद लंबे समय से खाली हैं, जिससे स्कूलों की वित्तीय और प्रशासनिक व्यवस्था प्रभावित हो रही है। अब सभी कानूनी अड़चनें दूर हो चुकी हैं और शिक्षा विभाग को जल्द ही सूची जारी कर शिक्षकों को यह तोहफा देगा। इससे राज्य के सरकारी स्कूलों में प्रशासनिक और शैक्षणिक वातावरण को सुधारने में मदद मिलेगी।
नई सरकार के गठन के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपलों की कमी को जल्द दूर किया जाएगा, जिससे छात्रों की शिक्षा व्यवस्था और बेहतर हो सके।