Fistula day : फिस्टुला को समाप्त करने, लोगों को जागरूक करने, पार्टनरशिप बढ़ाने और पूरी दुनिया में लोगों को इसमें जोड़ने के लिए 23 मई , 2024 को अंतर्राष्ट्रीय प्रसूति फिस्टुला समाप्ति दिवस (23 मई) मना रहे हैं । 2003 में, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA), SRH एजेंसी – और अन्य भागीदारों ने फिस्टुला को समाप्त करने के लिए वैश्विक अभियान शुरू किया था । 2013 में, संयुक्त राष्ट्र ने प्रसूति संबंधी फिस्टुला को समाप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस की स्थापना की ।
ऑब्स्टेट्रिक फिस्टुला (Fistula day) प्रसव संबंधी एक चोट है जो मां और बच्चे दोनों को प्रभावित कर सकती है । जब मां को लंबे समय तक प्रसव पीड़ा हुई हो या उसमें किसी तरह की कोई रुकावट आई हो तो इमरजेंसी चिकित्सा सुविधा की कमी से उसे अधिक दर्द हो सकता है और कई बार इससे बच्चे की मृत्यु हो भी हो सकती है ।
इससे किसी महिला को शारीरिक और मानसिक आघात पहुंचता है । अपशिष्ट नियंत्रण पर असमर्थता से लेकर लंबे समय तक संक्रमण और समाज से दूरी जैसी चीजों से सामना करना पड़ता है । 23 मई का यह दिन प्रभावित महिलाओं को सही और पूरा उपचार लेने और यह समझने/समझाने के लिए उनमें उम्मीद भरता है कि वो अकेली नहीं है। ये खास दिन उनके लिए मनाया जाता है ताकि ऐसी कोई खुद को अकेली ना समझे और कामयाबी से आगे बढ़ती रहे ।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने मानवाधिकार पर चिंता जताते हुए गर्भावस्था और प्रसव के दौरान महिलाओं और लड़कियों की होने वाली मौतें और अंतरिक गंभीर चोटें को गंभीर बताया है । इसमें भेदभावपूर्ण कानूनों और सामाजिक प्रथाओं,यौन और प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं तक अपर्याप्त पहुंच,गरीबी, लैंगिक असमानताएं,भेदभाव, हाशिए पर रहना, शिक्षा की कमी, बाल विवाह, कुपोषण, किशोर गर्भावस्था ,स्वास्थ्य प्रणालियां,सेवा की कमी और जवाबदेही का कमी को कारण बताया है ।
5 लाख से ज्यादा लड़कियां और महिलाएं फिस्टुला पीड़ित (Fistula day)
लगभग 5 लाख लड़कियां व महिलाएं प्रसूति संबंधित फिस्टुला से पीड़ित हैं । कई हजारों इससे पीड़ित हैं । फिस्टुला उप-सहारा अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरेबियन और अरब क्षेत्रों में अधिकतम है ।इसे दूर करने की दिशा में सामुदायिक स्तर पर स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता बढ़ाने वाले कार्यक्रम लगातार उपलब्ध कराए जाने चाहिए। गुणवत्ता नियंत्रण, नवाचार, अनुसंधान और डेटा उत्पादन को वित्त पोषित किया जाना चाहिए । नए मामलों और लगातार चुनौतियों पर नज़र रखी गई और अच्छी प्रथाओं को अपनाया जाना चाहिए ।
कार्यक्रमों के सभी हिस्सों में महिलाओं और लड़कियों को शामिल करना चाहिए । अंततः, लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने और उनके बुनियादी अधिकारों की रक्षा के लिए सभी को साथ होना चाहिए और मातृ मृत्यु दर फिस्टुला को समाप्त करने के लिए एकजुट होना चाहिए । इसके अलावा 23 मई के ही दिन विश्व कछुआ दिवस ( World Turtle Day ) भी मनाया जाता है ।