Gajender phogat controversy ; हरियाणा में सीएम के OSD व पब्लिसिटी सेल के चेयरमैन गजेंद्र फोगाट ने हरियाणवी इंडस्ट्री में गन कलचर को बढ़ावा देने वाले कलाकारों का पाकिस्तान के साथ अप्रत्यक्ष कनेक्शन बताया है। गजेंद्र फोगाट का कहना है कि हरियाणा में कलाकारों को गन कल्चर के गानों को गाने के लिए पंजाब के जरिए पाकिस्तान से फंडिंग हो रही है।
गन कल्चर पर गाने वालों को हरियाणा की संस्कृति, युवा पीढ़ी से कोई लेना देना नहीं हैं, उन्हें केवल पैसे से और अपना घर भरने से मतलब है। गजेंद्र फोगाट ने कहा कि पाकिस्तान दिल्ली तक पहुंचना चाहता है और हरियाणा बीच में आ रहा है। इसलिए पंजाब की म्यूजिक कंपनियों को हरियाणा में एंट्री करवाकर गन कल्चर को प्रमोट किया जा रहा है। इसके लिए पाकिस्तान से पंजाब के जरिए कलाकारों को फंडिंग की जा रही है।
गजेंद्र फोगाट (Gajender phogat) ने कहा कि पाकिस्तान ने पहले पंजाब में नशा बेचा। इसके बाद गन बेची। इससे भी बात नहीं बनी तो पंजाब के कलाकारों को पैसे देकर गन कल्चर वाले गाने करवाए, ताकि युवा पीढ़ी को गन कल्चर की तरफ धकेला जा सके। वहां अपने मकसद में कामयाब होने के बाद अब पाकिस्तान ने पंजाब की कंपनियों को हरियाणा में एंट्री करवा दिया है।
जिन कलाकारों को पहले गानों के लिए 50 हजार रुपए मिलते थे, उन्हें 15-15 लाख रुपए दिए जा रहे हैं। गन कल्चर पर गाने वाले कलाकारों को हरियाणा की संस्कृति, हरियाणा की युवा पीढ़ी से कोई मतलब नहीं हैं, उन्हें केवल रुपयों से अपना घर भरने से ही मतलब है। हरियाणा में म्यूजिक की चासनी में गन कल्चर को लपेट कर हमारी संस्कृति का हिस्सा बनाया जा रहा है।
पाकिस्तान दिल्ली तक पहुंचना चाहता है और बीच में हरियाणा पड़ता है, इसलिए हरियाणा में कलाकारों को फंडिंग की जा रही है, ताकि गन कल्चर को ज्यादा से ज्यादा प्रमोट किया जा सके। शुरूआत में ट्रेंड सेट किया जाता है। अब हरियाणा के ज्यादातर कलाकार पंजाब के गानों की कॉपी करते हुए गन कल्चर पर गाने बना रहे हैं। गन को ग्लोरीफाई कर युवाओं के हाथ में थमाया जा रहा है। उन पर गाने बैन करने का आरोप लगाया जा रहा है लेकिन वह बता देना चाहते हैं कि उन पर आरोप लगाने से गाने नहीं बचेंगे।
Gajender phogat : मासूम शर्मा के गाने कटने के बाद गजेंद्र फोगाट को किया जा रहा टारगेट
होली के दिन हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा ने लाइव आकर गजेंद्र फोगाट का नाम लिए बिना कहा था कि उसे टारगेट कर उसके सबसे ज्यादा गाने डिलीट करवाए गए हैं। अगर कार्रवाई करनी है तो सभी कलाकारों के गानों पर होनी चाहिए लेकिन पब्लिसिटी सेल में बैठे एक अधिकारी के कहने पर उसके गानों को डिलीट करवाया गया।
इसके बाद गजेंद्र फोगाट ने भी कई इंटरव्यू में मासूम शर्मा के बारे में बयान दिया। पिछले 10 दिनों से दोनों के बीच सोशल वार छिड़ा हुआ है। इस कोंट्रोवर्सी में दोनों एक-दूसरे के सवालों का जवाब भी दे रहे हैं लेकिन आपस में किसी का नाम नहीं ले रहे हैं।
Gajender phogat controversy : दो धड़ों में बंटी हरियाणवी इंडस्ट्री
मासूम शर्मा और गजेंद्र फोगाट के बीच शुरू हुई इस कांट्रोवर्सी के बाद हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री अब दो धड़ों में बंट गई है। एक तरफ जहां कलाकार खुल कर मासूम शर्मा को स्पोर्ट कर रहे हैं तो वहीं कुछ कलाकार गजेंद्र फोगाट का पक्ष ले रहे हैं। इसके अलावा कुछ कलाकार सरकार की कार्रवाई की सराहना करते हुए कह रहे हैं कि किसी एक कलाकार को टारगेट करना सही नहीं है।
Gajender phogat vs Masoom sharma : मंत्री नेताओं के भी आ रहे बयान
हरियाणा के गोहाना से विधायक व सहकारिता मंत्री डा. अरविंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा के युवा कड़क म्यूजिक सुनना चाहते हैं और कलाकार उसी तरह के गाने गा रहे हैं। डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा का कहना है कहना है कि हर वो गाना बैन होना चाहिए, जिससे संस्कृति को नुकसान पहुंचा रहा हो।
मंत्री कृष्ण बेदी कह चुके हैं कि गन कल्चर को बढ़ाने वाले गानों पर कार्रवाई जारी रहेगी लेकिन किसी के साथ भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा। पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की बैन करने की जो कार्रवाई है, वह इसमें विश्वास नहीं रखते।
समाज में जो लोग सुनना चाहते हैं, उसे दबा नहीं सकते। किसी के विचार दबाने नहीं चाहिएं। पंजाब में भी तो सिद्धू मूसेवाला ज्यादातर के ज्यादातर गाने इसी तरह के हैं। अगर देश की शांति भंग करने वाले गाने हों तो बेशक कार्रवाई हो लेकिन इस तरह से गानों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।