Gita Mahotsav 2024: कुरुक्षेत्र: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में इस वर्ष भी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। 28 नवंबर से 15 दिसंबर तक चलने वाले इस महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम 5 से 11 दिसंबर तक होगा, जिसमें गीता जयंती का महापर्व 11 दिसंबर 2024 को मनाया जाएगा। इस वर्ष का आयोजन खास रहेगा क्योंकि तंजानिया को पार्टनर कंट्री और ओडिशा को पार्टनर स्टेट के रूप में चुना गया है, जो गीता महोत्सव में एक नया वैश्विक और सांस्कृतिक पहलू जोड़ेगा।
Gita Mahotsav 2024: धार्मिक स्थलों पर सीधा प्रसारण और राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी
इस बार उत्तर प्रदेश के वृंदावन, गुजरात के द्वारका, कर्नाटक के उडूपी और ओडिशा के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी और कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण किया जाएगा। इसका उद्देश्य महोत्सव की आध्यात्मिकता और इसके महत्व को जन-जन तक पहुँचाना है। इसके साथ ही, महोत्सव को सोशल मीडिया पर लोकप्रिय बनाने के लिए राज्य के सूचना, लोकसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा – गीता में मेरा पसंदीदा श्लोक (My favorite shloka/verse in Geeta) थीम पर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। इस प्रतियोगिता के तहत सबसे अधिक पसंद किए गए वीडियो के विजेता को समापन समारोह में एक लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
Gita Mahotsav 2024: जिला स्तर पर कार्यक्रम और डिजिटल विस्तार
गीता महोत्सव के मुख्य कार्यक्रमों के अलावा, जिला मुख्यालयों पर भी 9 नवंबर से 11 दिसंबर तक महोत्सव की विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। सोशल मीडिया के माध्यम से गीता महोत्सव को डिजिटल रूप में भी बढ़ावा दिया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इस आयोजन से जुड़ सकें और इसके महत्व को समझ सकें।
Gita Mahotsav 2024: 2016 से अंतरराष्ट्रीय पहचान
हरियाणा सरकार ने 2016 से गीता महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाना शुरू किया था, जिसने हरियाणा को देश-विदेश में एक सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान दी। तब से हर वर्ष इस महोत्सव में किसी न किसी देश को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाता है ताकि भारतीय संस्कृति का वैश्विक मंच पर प्रचार-प्रसार हो सके। इस वर्ष तंजानिया को पार्टनर कंट्री बनाना हरियाणा सरकार का एक सराहनीय कदम है, जो इस आयोजन में एक नए आयाम को जोड़ेगा।
शहर की स्वच्छता और दिव्य कुरुक्षेत्र अभियान
इस महोत्सव में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने की उम्मीद है। इसे ध्यान में रखते हुए सीएम सैनी ने बैठक में शहर में स्वच्छता बनाए रखने के लिए विशेष निर्देश दिए। दिव्य कुरुक्षेत्र नाम से स्वच्छता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें कुरुक्षेत्र के नागरिक, सामाजिक संस्थाएँ, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और युवा वर्ग को सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे खुद इस अभियान में हिस्सा लेंगे ताकि आगंतुकों को एक स्वच्छ और व्यवस्थित माहौल मिल सके।
महत्वपूर्ण बैठक और आयोजन की तैयारियाँ
गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की तैयारियों को लेकर हुई समीक्षा बैठक में वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कुरुक्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और समुचित व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएँगी।
सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों की विविधता
महोत्सव में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, प्रवचन, संगोष्ठियाँ और योग शिविर भी शामिल होंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से भगवद गीता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा। हरियाणा सरकार का यह प्रयास न केवल राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने की दिशा में है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति को लोकप्रिय बनाने में भी सहायक सिद्ध हो रहा है।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव हरियाणा का एक प्रतिष्ठित आयोजन बन चुका है, जिसमें भाग लेने के लिए लोग देश-विदेश से आते हैं। इस बार का आयोजन निश्चित रूप से भव्य और अनूठा होने की संभावना है, जो कुरुक्षेत्र की पवित्र भूमि पर भारतीय संस्कृति और भगवद गीता के गूढ़ संदेश को एक नई पहचान देगा।