Gurugram Metro: गुरुग्राम: गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड ने ओल्ड गुरुग्राम में मेट्रो के 9 स्टेशनों को विशेष श्रेणी में रखते हुए इन्हें व्यापक सुविधाओं से सुसज्जित करने की योजना बनाई है। इन स्टेशनों में इंटरचेंज सुविधा होगी और यहां फूड स्टॉल, पार्क और जोहड़ भी विकसित किए जाएंगे ताकि यात्रियों को अधिकतम सुविधा मिल सके।
देखिए मुख्य विशेषताएं:
1. मिलेनियम सिटी सेंटर से कनेक्टिविटी:
मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन को फोर्टिस अस्पताल के पास बने नए मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जाएगा। फुट ओवर ब्रिज (FOB) के माध्यम से यह स्टेशन सेक्टर-29 के व्यवसायिक क्षेत्र से भी जुड़ेगा, जहां 50 से अधिक रेस्टोरेंट्स हैं।
2. डिस्ट्रिक्ट शॉपिंग सेंटर, सेक्टर-47:
सेक्टर-47 में मेट्रो स्टेशन का निर्माण डिस्ट्रिक्ट शॉपिंग सेंटर के समीप किया जाएगा। यह स्टेशन जीएमडीए के प्रस्तावित अंडरपास से जुड़ा होगा, और यहां एक फुट ओवर ब्रिज भी बनेगा। यहां यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए इसे विशेष श्रेणी में रखा गया है।
3. इंटरचेंज सुविधा, सुभाष चौक:
सुभाष चौक पर एक इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाएगा, जहां से भौंडसी से राजीव चौक के बीच प्रस्तावित मेट्रो का रूट गुजरेगा।
4. हीरो होंडा चौक पर नमो भारत ट्रेन कनेक्टिविटी:
ओल्ड Gurugram Metro और नमो भारत का स्टेशन हीरो होंडा चौक के आसपास बनेगा। दोनों स्टेशनों को एफओबी के जरिए जोड़ा जाएगा ताकि यात्री आसानी से स्विच कर सकें।
5. औद्योगिक सुविधा, उद्योग विहार फेज-6:
उद्योग विहार फेज-6 के मेट्रो स्टेशन का गेट एचएसवीपी के सेक्टर-37 से जुड़ेगा, जिससे औद्योगिक क्षेत्र के लोगों को भी लाभ होगा।
6. रेजांगला चौक से द्वारका कनेक्टिविटी:
रेजांगला चौक से द्वारका तक प्रस्तावित मेट्रो में इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाएगा। जीएमडीए से फ्लाईओवर या अंडरपास की सिफारिश भी की जाएगी।
7. प्राकृतिक सौंदर्य, सेक्टर-23A:
सेक्टर-23A मेट्रो स्टेशन के आसपास पार्क और जोहड़ को विकसित किया जाएगा ताकि यात्री इनका आनंद ले सकें।
8. साइबर सिटी एक्सचेंज स्टेशन:
साइबर सिटी में एक बड़ा एक्सचेंज स्टेशन बनेगा, जहां रेपिड मेट्रो, नमो भारत और ओल्ड Gurugram Metro रूट्स का कनेक्शन होगा।
9. वैट लैंड के समीप सेक्टर-101 स्टेशन:
सेक्टर-101 का मेट्रो स्टेशन द्वारका एक्सप्रेसवे पर स्थित होगा और यह बसई वैट लैंड के पास होगा। इसका डिज़ाइन पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा।
जीएमडीए द्वारा इन मेट्रो स्टेशनों के विस्तृत डिज़ाइन की जिम्मेदारी सिस्टा कंपनी को सौंपी गई है, जिसके लिए कंपनी को 20 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। छह महीने के भीतर डिज़ाइन प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है। 20 नवंबर को मेट्रो निर्माण के टेंडर खुलने के बाद कार्य तेजी से शुरू होने की उम्मीद है।