Haryana Assembly Election Date :चंडीगढ़, 31 अगस्त 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख में बड़ा बदलाव किया गया है। चुनाव आयोग ने 1 अक्टूबर 2024 को होने वाले मतदान की तिथि को बदलकर अब 5 अक्टूबर 2024 (शनिवार) कर दिया है। यह निर्णय बिश्नोई समुदाय की पुरानी परंपरा और उनके आंदोलन के मद्देनजर लिया गया है, जिससे इस समुदाय के लोग राजस्थान में ‘असोज अमावस्या’ का पर्व मना सकें और चुनाव में हिस्सा लेने से वंचित न रहें।
Haryana Assembly Election Date :चुनाव आयोग का बयान
चुनाव आयोग ने इस बारे में 16 अगस्त 2024 को एक प्रेस नोट जारी किया था, जिसमें जम्मू-कश्मीर (फेज-III) और हरियाणा में एक अक्टूबर को चुनाव कराने की घोषणा की गई थी। इसके अनुसार, मतगणना की तारीख 4 अक्टूबर और चुनाव प्रक्रिया पूरी करने की अंतिम तिथि 6 अक्टूबर निर्धारित की गई थी।
बिश्नोई समुदाय और विभिन्न राजनीतिक दलों ने आयोग से अनुरोध किया कि 1 अक्टूबर को निर्धारित मतदान की तिथि को बदला जाए, ताकि इस समुदाय के लोग अपनी धार्मिक परंपरा के साथ-साथ अपने लोकतांत्रिक अधिकार का भी पालन कर सकें। इन सुझावों और विचारों को ध्यान में रखते हुए, आयोग ने 31 अगस्त को अपने निर्णय में बदलाव की घोषणा की।
Haryana Assembly Election Date : संशोधित चुनाव कार्यक्रम
नए कार्यक्रम के अनुसार, हरियाणा में मतदान अब 5 अक्टूबर 2024 (शनिवार) को होगा। जम्मू-कश्मीर (फेज-III) के चुनाव की तिथि में कोई बदलाव नहीं किया गया है, और वहाँ मतदान 1 अक्टूबर को ही होगा। मतगणना दोनों राज्यों में 8 अक्टूबर 2024 (मंगलवार) को होगी, और चुनाव प्रक्रिया 10 अक्टूबर 2024 (गुरुवार) तक पूरी कर ली जाएगी।
इस बदलाव के बाद, हरियाणा के मतदाताओं को अधिक समय मिलेगा और उनकी धार्मिक आस्थाओं के साथ चुनाव में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित हो सकेगी। इससे चुनावी प्रक्रिया में और भी अधिक लोगों की सहभागिता की उम्मीद है।
Haryana Assembly Election Date : चुनाव आयोग के इस निर्णय का स्वागत किया जा रहा है, खासतौर पर बिश्नोई समुदाय के लोगों द्वारा, जिनके लिए यह पर्व अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस बदलाव से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि धार्मिक आस्थाओं और लोकतांत्रिक अधिकारों के बीच कोई टकराव न हो।
हरियाणा में अब सभी राजनीतिक दलों ने नए कार्यक्रम के अनुसार अपनी तैयारियों में तेजी ला दी है। मतदाताओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए व्यापक अभियान चलाए जा रहे हैं। आगामी चुनाव हरियाणा की राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन से दल इस अवसर का बेहतर लाभ उठा पाते हैं।