Big Breaking Vigilance Failure: हरियाणा में बड़ा विजिलेंस फेलियर! जिसे विजलेंस ढूंढ रही वह मुख्यमंत्री को कर रहा सम्मानित,करोड़ों के सफाई घोटाले का आरोपित पहुंचा मुख्यमंत्री कार्यालय

Big Breaking Vigilance Failure: हरियाणा में विजिलेंस की एक बड़ी विफलता सामने आई है, जहां एक आरोपी जो कि 7 करोड़ रुपए के सफाई घोटाले में शामिल है, विजिलेंस जिसे पिछले 6 महीनों से ढूंढ रही है उसके बावजूद वह चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर एक आशीर्वाद समारोह में शामिल हुआ बल्कि उसने मुख्यमंत्री को सम्मानित तक कर दिया।

यह घटना न केवल विजिलेंस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है, बल्कि राजनीति में भ्रष्टाचार के जड़ें जमाने की गंभीरता को भी उजागर करती है।

Big Breaking Vigilance Failure: कौन है ये आरोपी

सफाई घोटाले में नामजद आरोपी, कैथल के भाजपा नेता प्रवीण सरदाना का नाम विजिलेंस की FIR में 8वें नंबर पर है। प्रवीण, जो भारत प्रोजेक्ट का प्रोपराइटर है, अपने को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का करीबी बताता है। उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ तस्वीरें हैं, जो उसकी राजनीतिक प्रभावशालीता को दर्शाती हैं।

Big Breaking Vigilance Failure: सफाई घोटाले में सबसे ज्यादा बिल इसी फर्म के

यह सफाई घोटाला कोरोना काल के दौरान कैथल जिला परिषद में हुआ, जब 10 फर्मों के ठेकेदारों ने अधिकारियों के साथ मिलकर सरकारी राशि का गबन किया। घोटाले की राशि का सबसे ज्यादा बिल प्रवीण की फर्म के नाम पर था।

विजिलेंस ने प्रवीण सरदाना को पकड़ने के लिए कई बार उसके घर पर छापे मारे, लेकिन वह हमेशा बचता रहा। विजिलेंस ने फरार चल रहे आरोपियों को भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन प्रमुख आरोपी की गिरफ्तारी अब भी बाकी है।

Big Breaking Vigilance Failure: घोटाले में शामिल अन्य फर्में जिसके खाते में गई पेमेंट

घोटाले में शामिल विभिन्न फर्मों के खाते में गई पेमेंट इस प्रकार हैं:

कमलजीत (किठाना): 88,19,583 रुपए (कैथल सरस्वती को-ऑपरेटिव सोसायटी)

प्रवीन सरदाना (कैथल): 1,43,16,616 रुपए (भारत प्रोजेक्ट)

अनिल कुमार गर्ग (पूंडरी): 86,02,750 रुपए (तेजस कांकरेट)

दिलबाग (फरियाबाद): 1,62,84,279 रुपए (सत्यम कंस्ट्रक्शन)

सुमित मिगलानी (कैथल): 92,99,338 रुपए (UTUS एग्रोवेट इंडिया)

तिलक राज (बारणा): 1,81,17,636 रुपए (MS शिव इंटरप्राइजेज)

रोहताश (ऋषि नगर, कैथल): 72,17,320 रुपए (रोहताश कंस्ट्रक्शन)

राजेश गर्ग (अनाज, पूंडरी): 41,79,654 रुपए (वासू कंस्ट्रक्शन)

अभय संधू (कुतबपुर): 47,65,583 रुपए (लक्ष्मी बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर)

शुभम किसान (पाइप, कैथल): 4,74,925 रुपए

राजनीतिक दबाव का आरोप

इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा ने आरोप लगाया है कि विजिलेंस अब राजनीतिक दबाव में काम कर रही है, जिससे घोटाले के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले को ठंडे बस्ते में डालने के लिए घोटालेबाजों ने राजनीतिक संपर्कों का सहारा लिया है।

घोटाले की जांच की स्थिति

इस घोटाले में कुल 14 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिनमें से ACB अब तक 7 को ही गिरफ्तार कर पाई है। घोटाले में शामिल SDO,JE और अकाउंटेंट समेत 4 ठेकेदार जेल में बंद है।

कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने पुष्टि की है कि वे जल्द ही आरोपी को पकड़ने के लिए अपनी एक टीम चंडीगढ़ भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

हरियाणा में यह घोटाला एक बार फिर यह साबित करता है कि सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी है। जनता को चाहिए कि वे ऐसे मामलों में जागरूक रहें और सरकार से जवाब मांगें।

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