Haryana News: हरियाणा सरकार ने किसानों से आग्रह किया है कि वे धान की कटाई के बाद फसल अवशेषों में आग लगाने से बचें। पराली जलाने से वायु प्रदूषण बढ़ता है और मिट्टी के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं, जिससे कृषि भूमि की उर्वरता पर भी असर पड़ता है। सरकार ने किसानों को सलाह दी है कि वे अवशेषों को जलाने के बजाय मशीनों के माध्यम से इन्हें मिट्टी में मिलाएं।
फसल अवशेष प्रबंधन के लिए प्रोत्साहन योजना
फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन के लिए सरकार ने एक विशेष योजना शुरू की है। इसके तहत, राज्य सरकार किसानों को 1000 रुपये प्रति एकड़ का प्रोत्साहन राशि देगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। योजना के लिए इच्छुक किसान 30 नवंबर, 2024 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
पर्यावरण और किसानों दोनों के लिए लाभकारी योजना
इस योजना का उद्देश्य पराली जलाने से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को रोकना और किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। सरकार की यह पहल न केवल पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सहायक होगी, बल्कि किसानों को फसल अवशेषों के प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित भी करेगी।