Haryana News: हरियाणा में हालिया विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत के बाद, नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री नायब सैनी 17 अक्टूबर को शपथ लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और इसको लेकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मंत्रिमंडल के लिए 15 विधायकों के नाम शॉर्टलिस्ट किए हैं। इन विधायकों में से कई पहले भी मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा चुके हैं।
शॉर्टलिस्ट किए गए विधायकों की सूची में ऐसे चेहरे शामिल हैं जो न केवल अपनी कड़ी मेहनत से चुनाव जीतकर आए हैं, बल्कि उनकी प्रोफाइल भी काफी मजबूत है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने इन विधायकों की प्रोफाइल मंगवाकर अंतिम निर्णय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। इनमें कुछ मंत्रियों के अलावा डिप्टी स्पीकर रह चुके विधायकों के नाम भी शामिल हैं।
शॉर्टलिस्ट किए गए प्रमुख विधायकों:
1. महिपाल ढांडा- पानीपत ग्रामीण से विधायक, पूर्व पंचायत मंत्री।
2. कृष्णा गहलावत- राई से विधायक, जाट और महिला वोटरों के लिए महत्वपूर्ण चेहरा।
3. विपुल गोयल- फरीदाबाद से विधायक, पूर्व में उद्योग मंत्री और अमित शाह के करीबी।
4. आरती राव- अटेली से विधायक, राव इंद्रजीत सिंह की बेटी और क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रभाव वाली नेता।
5. लक्ष्मण यादव- रेवाड़ी सीट से विधायक, यादव समाज के महत्वपूर्ण नेता।
6. मूलचंद शर्मा- बल्लभगढ़ से विधायक, परिवहन मंत्री रह चुके और ब्राह्मण समुदाय के प्रमुख नेता।
7. अनिल विज- अंबाला कैंट से विधायक और मनोहर सरकार में गृहमंत्री रहे, हरियाणा के प्रमुख पंजाबी नेता।
8. श्रुति चौधरी- तोशाम से विधायक, भिवानी-महेंद्रगढ़ से पूर्व सांसद और कांग्रेस से भाजपा में आईं।
9. घनश्याम सर्राफ- भिवानी से लगातार चार बार विधायक, वैश्य समाज के बड़े नेता।
10. कृष्णपाल पंवार- इसराना से विधायक, दलित समाज के प्रमुख नेता और राज्यसभा सांसद रह चुके।
11. राव नरबीर सिंह- बादशाहपुर से विधायक, अहीरवाल बेल्ट के बड़े नेता। पहले खट्टर सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे।
12. बिमला चौधरी- रिजर्व सीट से विधायक, महिला और दलित वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हैं।
13. रणबीर गंगवा- बरवाला से विधायक, ओबीसी वर्ग के प्रमुख नेता और डिप्टी स्पीकर रह चुके।
14. हरविंदर कल्याण- घरौंडा से विधायक, रोड़ समाज से आते हैं और OBC वर्ग में प्रमुख चेहरा।
15. कृष्णलाल पंवार- राज्यसभा सदस्य और पूर्व मंत्री, दलित समाज से आते हैं।
क्यों महत्वपूर्ण हैं ये चेहरे?
इन विधायकों में से कई को न केवल उनके समुदाय में प्रभावशाली नेता माना जाता है, बल्कि उनके केंद्रीय नेतृत्व के साथ अच्छे संबंध हैं, जिससे उनकी दावेदारी और भी मजबूत हो जाती है। नायब सैनी की नई सरकार में इन विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल करने से क्षेत्रीय संतुलन, जातिगत समीकरण और पार्टी की आंतरिक राजनीति में भी मजबूती आएगी।