Horse disease outbreaks in Haryana: हरियाणा के हिसार में देवउठनी एकादशी से पहले एक खच्चर में खतरनाक ग्लैंडर्स बीमारी पाए जाने से हड़कंप मच गया है। पशुपालन विभाग ने तुरंत कदम उठाते हुए राज्य भर में घोड़े, खच्चर और अन्य अश्व प्रजाति के पशुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी है। इस बीमारी के कारण स्वास्थ्य विभाग ने हाईअलर्ट जारी कर दिया है, खासकर शादियों के सीजन में इसे लेकर विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
Horse disease outbreaks in Haryana: क्या है ग्लैंडर्स बीमारी?
ग्लैंडर्स एक जानलेवा संक्रामक बीमारी है जो मुख्यतः घोड़ों, खच्चरों और गधों में फैलती है। यह बरखोडेरिया मैलियाई नामक बैक्टीरिया के संक्रमण से होती है, जिसके लक्षणों में नाक से खून बहना, सांस लेने में दिक्कत, शरीर पर फोड़े या गांठें शामिल हैं। इसका इलाज संभव नहीं है, और संक्रमण के बाद प्रभावित पशु को वैज्ञानिक तरीके से मार देना ही एकमात्र उपाय है। घोड़ों से यह बीमारी इंसानों में भी आसानी से फैल सकती है, विशेष रूप से उन लोगों में जो घोड़ों की देखभाल करते हैं या उनका उपचार करते हैं।
Horse disease outbreaks in Haryana: शादी के सीजन में क्यों बढ़ी चिंता?
हरियाणा में देवउठनी ग्यारस से विवाह समारोहों का दौर शुरू हो जाता है, जिसमें घोड़ी पर बारात निकालना एक आम रिवाज है। हिसार में एक हजार से अधिक शादियां देवउठनी ग्यारस पर होने की संभावना है। इस स्थिति को देखते हुए विभाग ने एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं, ताकि दूल्हे जिस घोड़ी पर सवार हों, वह ग्लैंडर्स से संक्रमित न हो।
Horse disease outbreaks in Haryana: सरकार और वैज्ञानिकों के कदम
हिसार में यह पिछले दो महीनों में दूसरा मामला है, जिससे हिसार के 25 किलोमीटर क्षेत्र को बफर जोन घोषित किया गया है। अश्व अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने जांच बढ़ा दी है और अश्व प्रजातियों के सीरम सैंपल लेकर उनका परीक्षण किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने भी इस रोग से बचाव के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं। अश्व प्रजाति से संबंधित किसी भी आयोजन, जैसे मेले, प्रदर्शनी, या दौड़ पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।

Horse disease outbreaks in Haryana: घोड़ा बग्गी मालिकों के लिए चुनौती
शादी के सीजन में ग्लैंडर्स का खतरा घोड़ा बग्गी मालिकों के लिए भी परेशानी का सबब बन गया है। कमाई के इस अवसर में उन्हें जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा, जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है।
शादियों के इस खास सीजन में यह बीमारी एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती बन चुकी है। विशेषज्ञों की राय है कि ग्लैंडर्स बीमारी का जल्द से जल्द पता लगाकर संक्रमित पशुओं को क्वारंटीन करने से इसके फैलने की संभावना कम की जा सकती है।