India Politics Update: सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का हालिया बयान और उनके तेवर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं। वहीं, कंगना रनौत के किसान आंदोलन पर बयानों से भाजपा के लिए नई चुनौतियां खड़ी हो रही हैं। पंजाब और हरियाणा में पार्टी के भीतर खींचतान भी सियासी समीकरणों को प्रभावित कर रही है।
India Politics Update: नितिन गडकरी का खुलासा: पीएम पद का प्रस्ताव ठुकराया
नितिन गडकरी ने हाल ही में नागपुर के एक कार्यक्रम में खुलासा किया कि उन्हें विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का प्रस्ताव मिला था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। उन्होंने दिल्ली में एक टीवी चैनल पर भी इसकी पुष्टि की और कहा कि उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई महत्त्वाकांक्षा नहीं है। हालांकि, गडकरी ने यह नहीं बताया कि यह प्रस्ताव विपक्ष के किस नेता ने दिया था। गडकरी के इस बयान से राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है, क्योंकि वे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के करीबी माने जाते हैं।
Nitin Gadkari की बढ़ती सक्रियता ने इस सवाल को भी जन्म दिया है कि वे भाजपा नेतृत्व से थोड़े असंतुष्ट हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्धा कार्यक्रम और भाजपा की विदर्भ बैठक से गडकरी की गैरमौजूदगी ने अटकलों को और हवा दी है।
India Politics Update: तिरूपति लड्डू विवाद: सस्ता घी बना चर्चा का विषय
Tirupati के लड्डू को लेकर चल रही सियासी चर्चा का केंद्र अब लड्डू में इस्तेमाल घी की कीमत बन गया है। घी की कीमतों पर उठे सवालों ने सरकारी मानक संस्थाओं की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। बाजार में शुद्ध देशी घी की कीमत 800 रुपए किलो से कम नहीं है, ऐसे में 320 रुपए किलो घी की खरीद पर सवाल उठना लाजमी है। यह मुद्दा आम जनता के बीच गंभीर चर्चा का विषय बना हुआ है।
India Politics Update: कंगना और किसान आंदोलन
कंगना रनौत के किसान आंदोलन को लेकर दिए बयानों ने भाजपा के लिए नई चुनौतियां पैदा कर दी हैं। कंगना ने हाल ही में कृषि कानूनों की वापसी की वकालत की, जिससे भाजपा के नेताओं में खलबली मच गई। किसान आंदोलन पहले ही पार्टी के लिए संवेदनशील मुद्दा रहा है और कंगना के बयान से इस मुद्दे को फिर से हवा मिल गई है। खासकर हरियाणा के नेताओं के लिए यह बयान चुनावी माहौल में एक नई चुनौती खड़ी कर सकता है।
भाजपा की रणनीति पर सवाल भी उठ रहे हैं कि कंगना जैसी चर्चित शख्सियत के राजनीतिक विचारों को पार्टी क्यों सही दिशा में नहीं मोड़ पाई।
India Politics Update: पंजाब में सुनील जाखड़ का इस्तीफा
पंजाब भाजपा के भीतर चल रही खींचतान का नतीजा सुनील जाखड़ के इस्तीफे के रूप में सामने आया है। वीरवार को चंडीगढ़ में हुई अहम बैठक में जाखड़ की गैरमौजूदगी ने उनके इस्तीफे की अटकलों को तेज कर दिया। हालांकि, पार्टी के नेताओं ने इस खबर को निराधार बताया, लेकिन जाखड़ की नाराजगी पार्टी के भीतर गहरे अंतर्विरोधों की ओर इशारा करती है।
पिछले लोकसभा चुनाव में पंजाब में भाजपा की करारी हार और अकाली दल से गठबंधन टूटने के बाद पार्टी की स्थिति और भी खराब हो गई है। जाखड़ अकाली दल के साथ गठबंधन के पक्षधर थे, लेकिन उनकी राय को नजरअंदाज किए जाने से वे असहमत थे। जाखड़ की नाराजगी और इस्तीफे से पंजाब में भाजपा की चुनौतियां और बढ़ गई हैं।
India Politics Update: हरियाणा में कांग्रेस को सैलजा का झटका
हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस आत्मविश्वास से भरी नजर आ रही थी, लेकिन कद्दावर नेता कुमारी सैलजा की नाराजगी ने कांग्रेस को सकते में डाल दिया। सैलजा ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी, जिससे कांग्रेस में खलबली मच गई। लेकिन अब उन्होंने प्रचार शुरू कर दिया है ।
मनोहर लाल खट्टर ने तो सैलजा को भाजपा में शामिल होने का न्योता तक दे दिया था। हालांकि, राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद सैलजा ने यह स्पष्ट किया कि वे कांग्रेस की वफादार कार्यकर्ता हैं और पार्टी नहीं छोड़ेंगी। सैलजा की नाराजगी टिकट बंटवारे को लेकर भी थी, खासकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ उनके संबंध ठीक नहीं हैं। कांग्रेस ने चुनाव से पहले किसी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, लेकिन हरियाणा में पार्टी के भीतर यह साफ है कि कांग्रेस हुड्डा की पकड़ में है।
नितिन गडकरी का खुलासा, कंगना रनौत के बयान और पंजाब व हरियाणा में पार्टी के भीतर खींचतान भाजपा के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर रही हैं। आगामी चुनावों में इन मुद्दों का असर पार्टी की रणनीति और परिणामों पर पड़ सकता है।