जींद : नगर परिषद हाउस (Jind Nagar Parisad house meeting) की 26 दिसंबर को बैठक बुलाई गई है। 11 माह के बाद होने वाली ये बैठक हंगामेदार रहने की संभावना है। विकास कार्यों में देरी से पार्षदों में नाराजगी है। पार्षदों का कहना है कि गलियों सहित काफी कार्य ऐसे हैं, जो फाइनेंस अप्रूवल कमेटी की बैठक में भी स्वीकृत हो चुके हैं। लेकिन वे काम शुरू नहीं हो पाए हैं। पार्षद विकास कार्यों में अनदेखी का मुद्दा हाउस में उठाएंगे और अधिकारियों से जवाब मांगेंगे।
कुछ कार्य ऐसे हैं, जिनके टेंडर एक से ज्यादा बार लग चुके हैं। तकनीकी कारणों के चलते टेंडर प्रक्रिया सिरे नहीं चढ़ पाई। वहीं बंदर पकड़ने का मामला भी काफी तूल पकड़ा हुआ है। नगर परिषद (Jind Nagar Parisad)ने कुछ माह पहले शहर में बंदर पकड़ने का अभियान चलाया था। अधिकारी शहर से पांच हजार से ज्यादा बंदर एजेंसी से पकड़वाने का दावा कर रहे हैं। वहीं पार्षद इस दावे पर सवाल उठा रहे हैं।
कुछ पार्षदों का कहना है कि उनके वार्ड में बंदर पकड़े ही नहीं गए। पिछले दिनों विधानसभा डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिढ़ा ने भी पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में नगर परिषद अधिकारियों के साथ बैठक में बंदर पकड़ने के अभियान पर सवाल उठाते हुए रिपोर्ट मांगी थी।
Jind Nagar Parisad : विधानसभा चुनाव से पहले हो चुके टेंडर, वर्क आर्डर जारी नहीं किया गया
वार्ड 21 के पार्षद सतपाल कुंडू ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले उसके वार्ड में दो करोड़ रुपये कार्यों के टेंडर हुए थे। जिनके वर्क अलाट अब तक नहीं किए गए। वहीं उसी समय लगे एक अन्य वार्ड के कार्यों के टेंडर का वर्क अलाट कर दिया गया। उस वार्ड में काम भी शुरू हो गए। जानबूझकर उसके वार्ड के काम अटकाए जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट देने पर ऐसा किया जा रहा है। हाउस की बैठक में ये मामला उठाया जाएगा।
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Jind Nagar Parisad : पांच हजार बंदर पकड़े हैं, तो शहर में संख्या क्यों नहीं घटी
वार्ड 31 के पार्षद संजय गोयल ने कहा कि अधिकारी शहर में पांच हजार से बंदर पकड़वाने का दावा कर रहे हैं। लेकिन वार्ड 31 में बंदर पकड़ने के लिए एजेंसी का कोई व्यक्ति नजर नहीं आया। वार्ड में बंदरों की भरमार है। अगर पांच हजार से ज्यादा बंदर पकड़े गए हैं, तो शहर में बंदरों की संख्या कम क्यों नहीं हुई। इस मामले में जांच होनी चाहिए। हाउस की बैठक में ये बात रखी जाएगी।
Jind Nagar Parisad : विकास कार्यों को लेकर की जाएगी बैठक में चर्चा
नगर परिषद चेयरपर्सन डा. अनुराधा सैनी ने बताया कि 26 दिसंबर को हाउस की बैठक बुलाई गई है। पार्कों में सोलर से संचालित सबमर्सिबल पंप लगाने सहित अन्य विकास कार्यों को लेकर चर्चा की जाएगी। पार्षदों की तरफ से जो विकास कार्यों को लेकर प्रस्ताव दिए गए हैं, उन पर भी विचार- विमर्श किया जाएगा।
पहले लोकसभा चुनाव और उसके बाद विधानसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लगी थी। इसके कारण विकास कार्यों पर असर पड़ा है। कई वार्डों में गलियों के निर्माण कार्य होने हैं। इनके शुरू ना हो पाने के तकनीकी कारण भी रहे हैं।
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