Jind news : जींद : साल 1971 के मुक्ति संग्राम में बलिदान हुए जींद जिले के गांव सिवाहा निवासी दीवान सिंह के सम्मान में बांग्लादेश सरकार की तरफ से भेजे गए मोमेंटो व अन्य सामान को पूर्व सैनिकों ने मंगलवार को डीसी मोहम्मद इमरान रजा को सौंपा। 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस समारोह में मोमेंटो और अन्य सामान बलिदानी दीवान सिंह की पत्नी को सौंपने की मांग की गई।
इंडियन वेटरन आर्गेनाइजेशन के जिलाध्यक्ष राजेंद्र रेढू के नेतृत्व में डीसी से पूर्व सैनिकों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। राजेंद्र रेढू ने बताया कि 1971 में हुई लड़ाई को बांग्लादेश का मुक्ति संग्राम भी कहा जाता है। इसमें जींद जिले के गांव सिवाहा से दीवान सिंह हिस्सा लेते हुए अपना बलिदान दिया था। शेख हसीना ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहते मुक्ति संग्राम में बलिदान होने वाले भारत के जवानों के सम्मान में मोमेंटो, सर्टिफिकेट व अन्य सामान भेजा था। सर्टिफिकेट पर शेख हसीना के हस्ताक्षर भी हैं।
बलिदानी दीवान सिंह का मोमेंटो और अन्य सामान पिछले दिनों सफा खेड़ी निवासी सूबेदार कुलदीप सिंह आर्मी हेड क्वार्टर से लेकर पहुंचे हैं। सामान से बैग उन्होंने इंडियन वेटरन आर्गेनाइजेशन को दिया। इसमें बलिदानी हुए देश के 1500 से ज्यादा बलिदानियों की सूची भी है। बलिदानी की पत्नी को ये सम्मान किसी बड़े अवसर पर मिले, यही सोच आर्गेनाइजेशन की थी। इसलिए डीसी से मिलकर 26 जनवरी को बलिदानी की पत्नी को बांग्लादेश सरकार से मिले मोमेंटो, सर्टिफिकेट देने की मांग की गई।
डीसी ने गणतंत्र दिवस समारोह में बलिदानी की पत्नी को मोमेंटो व अन्य सामान पूरे सम्मान के साथ देने की बात कही है। प्रतिनिधिमंडल में उपाध्यक्ष कैप्टन जोगेंद्र खटकड़, कैप्टन बलवान सिंह, वैटरन सूबेदार धर्मपाल ढुल, हवलदार धर्मपाल अहलावत, नायब सूबेदार सतबीर लाठर, हवलदार भीम सिंह सांगवान, सूबेदार राजेंद्र सहरावत, सूबेदार मेजर अमरनाथ शामिल रहे।