Jind zila parisad meeting : जींद जिला परिषद चेयरपर्सन मनीषा रंधावा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए आज बैठक होगी। शनिवार को मनीषा रंधावा ने भाजपा में शामिल होकर समीकरण बदल दिए, क्योंकि जिन पार्षदों ने चेयरपर्सन के खिलाफ मोर्चा खोला था, वह भाजपा समर्थित हैं। जिप वाइस चेयरमैन सतीश हथवाला का दावा है कि भाजपा आलाकमान की तरफ से बैठक में भाग नहीं लेने के लिए मैसेज आ चुका है, इसलिए विरोधी पार्षद वोट नहीं डालेंगे। अगर विरोधी पार्षद वोट नहीं डालते हैं तो फिर अविश्वास प्रस्ताव गिर जाएगा और मनीषा रंधावा की कुर्सी सेफ रहेगी।
जनवरी 2022 में तत्कालीन डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और जेजेपी के समर्थन के साथ मनीषा रंधावा एक वोट से जीतकर जिला परिषद की चेयरपर्सन बनी थी। पिछले साल विधानसभा चुनावों से पहले मनीषा रंधावा के पति कुलदीप रंधावा जेजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए और जुलाना से विनेश फोगाट के समर्थन में प्रचार किया। दो दिसंबर 2024 को जिप वाइस चेयरमैन सतीश हथवाला सहित 18 पार्षदों ने चेयरपर्सन को कुर्सी से हटाने के लिए उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए डीसी मोहम्मद इमरान रजा को शपथ पत्र सौंपे थे।
चेयरपर्सन को कुर्सी से हटाने के लिए पर्दे के पीछे एक भाजपा मुख्य भूमिका में था। 13 दिसंबर को पहली बार बुलाई बैठक डीसी के अवकाश पर जाने पर स्थगित हो गई। उसके बाद 22 जनवरी और 11 फरवरी को बुलाई बैठक भी डीसी के नहीं पहुंचने के कारण कैंसिल हो गई। लेकिन बैठक का बार-बार कैंसिल होने का असल कारण ये था कि विरोधियों के पास पूर्ण बहुमत नहीं हो पा रहा था। चेयरपर्सन को अपनी कुर्सी बचाने के लिए 25 पार्षदों में से नौ का ही समर्थन चाहिए था।
जबकि वे 12 से 13 पार्षद उनके साथ होने का दावा कर रही थी। शनिवार को मनीषा रंधावा और उसके पति कुलदीप रंधावा को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने रोहतक में उन्हें विधिवत रूप से भाजपा में शामिल करवा लिया। अब उनकी कुर्सी सुरक्षित मानी जा रही है। सोमवार को होने वाली बैठक में औपचारिकता भी पूरी हो जाएगी।
जिला परिषद वाइस चेयरमैन सतीश हथवाला ने बताया कि पार्टी हाइकमान की तरफ से चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग नहीं करने का मैसेज आ चुका है। सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए जो बैठक बुलाई गई है, उसमें केवल चेयरपर्सन मनीषा रंधावा और वो खुद पहुंचेंगे। बाकी कोई पार्षद इस बैठक में शामिल नहीं होगा।