जींद : वर्ष 2024 में रिकार्ड तोड़ गर्मी का प्रकोप देख कंडेला ग्राम पंचायत (Kandela Gram Panchayat) ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपना पहला कदम बढ़ाया है। पंचायत ने पर्यावरण को हरा-भरा बनाने के लिए बरसाती सीजन और इसके बाद सात हजार पौधे लगाए हैं, ताकि कुछ हद तक प्राकृतिक बैलेंस बना रहे। ग्राम पंचायत की मुहिम की जिला प्रशासन द्वारा भी प्रशंसा की गई और सरपंच नीलम देवी को 15 अगस्त पर सम्मानित किया गया।
2022 में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव हुए और अनूप कंडेला की पत्नी नीलम सरपंच निर्वाचित हुई। गांवों में विकास का पहिया घूमने लगा। सामान्य गांवों की तरह कंडेला में भी बरसाती सीजन में कुछ पौधे लगाए गए लेकिन वर्ष 2024 में गर्मी पिछले सालों की तुलना में ज्यादा हुई। जिले में अधिकतम तापमान 49 डिग्री से भी ऊपर चला गया तो हर तरफ पौधे लगाने, पेड़ बचाने की बातें इंटरनेट मीडिया पर घूमने लगी।
कंडेला ग्राम पंचायत ने इसे गंभीरता से लिया और इस पर अमल शुरू करते हुए पौधे लगाने शुरू कर दिए। बरसाती सीजन से अब तक कंडेला गांव में सार्वजनिक जगहों पर सात हजार के करीब पौधे लगाए जा चुके हैं। इनमें 90 प्रतिशत पौधे बढ़ौतरी कर रहे हैं।
Kandela Gram Panchayat : स्टेडियम, खाप चबूतरा, श्मशान घाट, गऊ गोरा में सबसे ज्यादा पौधारोपण
कंडेला गांव के सरपंच प्रतिनिधि अनूप कंडेला ने बताया कि गांव की शामलाती जमीन के अलावा खाप चबूतरे पर करीब 600 पौधे लगाए गए हैं। पशु अस्पताल में 600, श्मशान घाट व खेल स्टेडियम में एक हजार पौधे, देवी माता मंदिर के गऊ गोरा में एक हजार के करीब पौधे लगाकर इनकी सुरक्षा के लिए तारें खींची गई हैं। इसके अलावा बाइडेरा तालाब पर एक हजार के करीब पौधे लगाए गए हैं।
गांव के दोनों सरकारी स्कूल में भी पंचायत की तरफ से ही पौधे लगाए गए हैं। अनूप कंडेला ने कहा कि वन विभाग से ज्यादा पौधे लिए गए थे जबकि कुछ पौधे उन्होंने नर्सरी से भी मंगवाए थे। पंचायत द्वारा ही इनकी देखरेख की जा रही है। इनमें पानी के बड़े टैंकर के साथ सप्ताह में एक या दो बार जरूरत के अनुसार पानी डाला जाता है। खाप चबूतरे पर सबमर्सिबल लगा हुआ है, वहां सबमर्सिबल से पानी दिया जाता है।
Kandela Gram Panchayat : हरा-भरा नजर आने लगा है कंडेला
सरपंच नीलम देवी ने कहा कि इस साल ग्राम पंचायत द़्वारा तीन हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पिछले वर्ष उन्होंने बड़, पीपल, पापड़ी, नीम, डेग, अशोका, पाम, टपोरी व फूलों के पौधे लगाए हैं। इस साल औषधीय पौधे भी लगाए जाएंगे। गांव में खाप चबूतरे पर पहले सफेदे व शीशम के कुछ पेड़ थे लेकिन अब यहां काफी संख्या में पौधे हो गए हैं, पेड़ बनने तक इनकी देखभाल जारी रहेगी।
गांव के तालाब पर भी पहले पांच-छह पेड़ थे लेकिन अब यहां भी पौधों की संख्या बढ़ चुकी है। अब गांव कंडेला हरा भरा नजर आने लगा है और इसमें पूरे गांव के साथ-साथ युवा संगठन, पंच का भी सहयोग है। तत्कालीन एडीसी डा. हरीश वशिष्ठ ग्राम पंचायत के इस कार्य की प्रशंसा कर चुके हैं। 15 अगस्त पर जिला प्रशासन द्वारा एकलव्य स्टेडियम में सरपंच नीलम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।