Katra-Srinagar Vande Bharat: श्रीनगर: देश का सबसे चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण रेल प्रोजेक्ट, कटरा से श्रीनगर तक का ट्रैक तैयार हो गया है। इस ऐतिहासिक ट्रैक का निरीक्षण कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) 12 से 14 दिसंबर तक करेंगे। इसी दौरान ट्रैक पर पहली बार ट्रेन दौड़ाकर ट्रायल भी लिया जाएगा। रेलवे ने इस परियोजना को लगभग पूरा कर लिया है और इसके सफल होने के बाद कन्याकुमारी से सीधे श्रीनगर तक ट्रेन सफर संभव हो जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे और ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि इस रूट पर पहली ट्रेन वंदे भारत हो सकती है। रेलवे प्रशासन ने कटरा से श्रीनगर तक ट्रेनों के विस्तार की योजना भी तैयार कर ली है। जनवरी से इस ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ने की संभावना है।
दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल
इस प्रोजेक्ट का सबसे कठिन हिस्सा 111 किलोमीटर लंबा कटरा-बनिहाल रेल मार्ग है। इस रूट पर 359 मीटर ऊंचा चिनाब ब्रिज (World’s Highest Railway Bridge) बनाया गया है, जिसे दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल कहा जा रहा है। यह पुल चिनाब नदी के जल स्तर से 359 मीटर ऊपर है और इसकी लंबाई (Chenab Railway Bridge Height) 1315 मीटर है। यह पुल इतनी मजबूत स्टील से बनाया गया है कि यह माइनस 10 से माइनस 40 डिग्री सेल्सियस के तापमान को भी सहन कर सकता है। पुल का जीवनकाल 120 साल का है और यह इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि इस पर 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन दौड़ सकती है।
परियोजना के मुख्य बिंदु
1. सुरंग और पुलों का जाल: कटरा से बनिहाल तक का रेल मार्ग (Katra Banihal Rail Link) सुरंगों और पुलों से भरा हुआ है। ट्रैक का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा सुरंगों या पुलों से होकर गुजरता है।
2. टी-1 सुरंग: कटरा क्षेत्र में 3.2 किमी लंबी टी-1 सुरंग का निर्माण भी इस परियोजना का हिस्सा रहा, जो तकनीकी कठिनाइयों के कारण विदेशी विशेषज्ञों की सहायता से पूरी की गई।
3. सुरक्षा निरीक्षण: सीआरएस 12 से 14 दिसंबर तक इस ट्रैक का निरीक्षण (CRS Inspection Train Route) करेंगे। उनके निर्देशों के अनुसार ही अंतिम सुधार किए जाएंगे।
Kanyakumari to Srinagar Train: जल्द शुरू होगा ट्रेन संचालन
रेलवे सूत्रों के अनुसार, जनवरी 2024 से कटरा-श्रीनगर रेल मार्ग पर ट्रेनों का संचालन शुरू हो सकता है। इस ऐतिहासिक परियोजना से जम्मू-कश्मीर के लोगों को सीधा लाभ होगा और देश के अन्य हिस्सों से उनकी कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
प्रधानमंत्री मोदी के उद्घाटन के बाद, यह रेल मार्ग देश के लिए एक नई उपलब्धि होगी, जो कन्याकुमारी से श्रीनगर तक के सफर को सीधा और आसान बनाएगा।