Line Box Banned : रेलवे कर्मचारी सरकार के हालिया आदेश के खिलाफ खुलकर विरोध कर रहे हैं, जिसमें 1 अक्टूबर से रेलवे के ‘लाइन बॉक्स’ को हटाकर उसकी जगह ट्रॉली बैग लाने की बात कही गई है। इस फैसले से असंतुष्ट कर्मचारी इसे न केवल अव्यवहारिक मान रहे हैं, बल्कि इसे अपने कामकाज पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाला भी बता रहे हैं। आइए जानते हैं कि आखिर क्या है ये ‘लाइन बॉक्स’, और क्यों इसे हटाने का आदेश कर्मचारियों के लिए चिंता का विषय बन गया है।
Line Box Banned : क्या है लाइन बॉक्स और इसके अंदर क्या होता है?
‘लाइन बॉक्स’ एक आवश्यक उपकरण है जो ट्रेन मैनेजर (पूर्व में गार्ड) द्वारा ट्रेन के संचालन के दौरान उपयोग किया जाता है। यह एक मजबूत, बड़े आकार का बॉक्स होता है, जिसका कुल वजन लगभग 20 किलोग्राम होता है। इसे मालगाड़ी के सबसे पीछे रखे केबिन में रखा जाता है और इसमें कई आवश्यक उपकरण होते हैं।
Line Box Banned : कर्मचारियों का विरोध: ‘लाइन बॉक्स’ क्यों है जरूरी?
कर्मचारियों का कहना है कि Line Box उनके लिए केवल एक उपकरण नहीं, बल्कि कामकाज के दौरान उनकी सुरक्षा और आराम का भी साधन है। वे इसे हटाने के सरकार के फैसले को तुगलकी फरमान मान रहे हैं। इसके प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:
सुरक्षा पर असर: कर्मचारियों का मानना है कि ट्रॉली बैग (Trolley bag) में उपकरणों को सुरक्षित रखना और आपात स्थिति में जल्दी निकालना कठिन हो सकता है, जो कि ट्रेन संचालन के दौरान एक गंभीर समस्या हो सकती है।
अव्यवहारिक डिजाइन: वर्तमान Line Box को विशेष रूप से Train मैनेजर की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। ट्रॉली बैग में उपकरणों को व्यवस्थित और आसानी से सुलभ रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
स्वाभिमान का मुद्दा: कर्मचारी इसे अपनी भूमिका और कार्यक्षमता के साथ खिलवाड़ मानते हैं। उनका कहना है कि Line Box को हटाकर उन्हें मैनेजर से कुली बना दिया जा रहा है, जो उनके स्वाभिमान को चोट पहुंचाता है।
Line Box Banned : सरकार का पक्ष, क्या है बदलाव की वजह?
हालांकि सरकार की ओर से इस बदलाव को लेकर स्पष्ट तर्क दिया गया है कि ट्रॉली बैग अधिक मॉडर्न और सुविधाजनक हैं, लेकिन रेलवे कर्मचारी इसे व्यवहारिक रूप से अव्यवहारिक मान रहे हैं।
रेलवे कर्मचारियों का मानना है कि Line Box न केवल उनके कामकाज को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है, बल्कि उनकी सुरक्षा और दक्षता का भी एक अहम हिस्सा है। ऐसे में इसका स्थान ट्रॉली बैग से बदलने का आदेश उनके लिए चिंता का विषय बना हुआ है। अब देखना होगा कि सरकार और कर्मचारियों के बीच इस मुद्दे का समाधान कैसे निकलता है।