Jind Chairperson Motion of No Confidence : जिला परिषद चेयरपर्सन मनीषा रंधावा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए बैठक को लेकर अब 24 फरवरी को बैठक होगी। इससे पहले तीन बार बैठक स्थगित हो चुकी है। ये बैठकें डीसी मोहम्मद इमरान रजा के नहीं पहुंचने के कारण स्थगित हुई हैं। इस बार चेयरपर्सन सीधे हाईकोर्ट से बैठक के लिए तारीख लेकर आई हैं। बता दें कि दो दिसंबर को 18 जिला पार्षदों ने चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए डीसी मोहम्मद इमरान रजा को शपथ पत्र सौंपे थे। 13 दिसंबर को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए बैठक बुलाई थी। लेकिन डीसी के अवकाश पर जाने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई।
उसके बाद 22 जनवरी को दूसरी बार और 11 फरवरी को तीसरी बार बुलाई बैठक भी स्थगित हो गई। बैठक बार-बार स्थगित होने के पीछे का कारण विरोधी गुट के पास चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए जरूरी बहुमत नहीं होना बताया जा रहा है। 22 जनवरी को दूसरी बार बुलाई बैठक स्थगित होने के बाद चेयरपर्सन मनीषा रंधावा ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई, जिसके बाद 11 फरवरी की तारीख बैठक के लिए निर्धारित हुई थी। लेकिन 11 फरवरी को भी डीसी के ना आने से बैठक स्थगित हो गई। कारण बताया गया कि डीसी को चीफ सेक्रेटरी की बैठक में जाना पड़ा।
जिला परिषद चेयरपर्सन को अपनी कुर्सी सुरक्षित रखने के लिए नौ पार्षदों का बहुमत चाहिए। वहीं विरोधी गुट को चेयरपर्सन को कुर्सी से हटाने के लिए 17 पार्षदों का बहुमत चाहिए। चेयरपर्सन मनीषा रंधावा ने बताया कि जिला परिषद की बैठक नहीं होने से विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। वीरवार को हाईकोर्ट से बैठक के लिए 24 फरवरी की तारीख मिली है।