Most polluted city : भारत में लगातार बढ़ते उद्योग, वाहनों का बढ़ता उपयोग और अन्य कारणों से वायु प्रदूषण दिन-ब-दिन खतरनाक होता जा रहा है। हवा इतनी दूषित हो चुकी है कि खुले में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में हरियाणा को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं, जो प्रदूषण की गंभीर स्थिति को उजागर करते हैं।
हरियाणा के 15 शहर सबसे प्रदूषित
राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानक (NAAQS) की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के 100 सबसे प्रदूषित शहरों में हरियाणा के 24 में से 15 शहर शामिल हैं। इस रिपोर्ट में PM 2.5 और PM 10 के वार्षिक स्तर को मापा गया है। सुरक्षित सीमा PM 2.5 के लिए 40 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और PM 10 के लिए 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर मानी जाती है। यह मानक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दिशानिर्देशों से काफी अधिक हैं, जो कि PM 2.5 के लिए सिर्फ 5 माइक्रोग्राम और PM 10 के लिए 15 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सीमा का सुझाव देते हैं।
फरीदाबाद सबसे प्रदूषित शहर
जनवरी से जून 2023 तक के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) से पता चलता है कि हरियाणा के सभी प्रमुख शहरों में PM 10 का स्तर NAAQS और WHO के दिशानिर्देशों से अधिक रहा। इस सूची में फरीदाबाद सबसे ऊपर है, जहां PM 2.5 का स्तर 103 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। यह आंकड़ा साफ तौर पर सुरक्षित सीमा (Most polluted city)से बहुत अधिक है और हवा की खतरनाक स्थिति को दर्शाता है।
स्वच्छ हवा के लिए ठोस योजना का अभाव
जहां फरीदाबाद को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) का हिस्सा (Most polluted city)बनाया गया है, वहीं हरियाणा के अन्य शहरों में अभी भी इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए ठोस कार्ययोजना का अभाव है। हरियाणा के कई शहरों में एयर क्वालिटी लगातार खराब हो रही है, जो राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है।
यह रिपोर्ट इस बात का स्पष्ट संकेत है कि हरियाणा सरकार को प्रदूषण (Most polluted city) नियंत्रण के लिए गंभीर कदम उठाने की जरूरत है।