No Dowry Only Love: हरियाणा के रेवाड़ी जिले के खालेटा गांव के रहने वाले कैप्टन ललित यादव ने अपनी शादी में सिर्फ 1 रुपये का शगुन लेकर समाज में एक प्रेरणादायक मिसाल कायम की है। उनके इस कदम की पूरे गांव में चर्चा हो रही है और इसे दहेज प्रथा को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
Captain Lalit Yadav Army Life: कैप्टन ललित यादव का सफर
कैप्टन ललित यादव, उम्र 29, कुमाऊं रेजिमेंट में बरेली में तैनात हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक के बाद 2018 में कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (CDS) परीक्षा दी और पहले प्रयास में ही इसे पास कर लिया। सेना में शुरुआत लेफ्टिनेंट के रूप में हुई और अब वह कैप्टन पद पर कार्यरत हैं। उनके पिता महेंद्र सिंह भी सेना में कैप्टन रह चुके हैं।
Captain Lalit Yadav Ki Shaadi Mein Sirf ₹1 Ka Shagun: शादी की खासियत
ललित यादव ने 12 नवंबर को मोहल्ला आदर्श नगर की अनीषा राव के साथ विवाह किया। अनीषा जयपुर के एक सरकारी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और जूलॉजी में M.SC कर चुकी हैं। शादी में दहेज लेने से इनकार करते हुए, केवल 1 रुपये का शगुन लेकर शादी को संपन्न किया गया।
A Wedding Worth Remembering: दहेज प्रथा को खत्म करने की पहल
ललित यादव और उनके परिवार ने शादी के दौरान यह सुनिश्चित किया कि किसी भी प्रकार का दहेज न लिया जाए। यह कदम समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ एक मजबूत संदेश देता है। गांव के लोगों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यदि हर युवा ऐसे ही विवाह करेगा, तो दहेज प्रथा का अंत हो जाएगा।
A Bold Move Against Dowry: संदेश समाज को
कैप्टन ललित यादव का यह प्रयास यह दिखाता है कि यदि युवा पीढ़ी दहेज जैसी कुरीतियों का विरोध करे, तो समाज में बदलाव लाया जा सकता है। उनकी शादी को एक आदर्श उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है जो दूसरों को भी प्रेरित करेगा।