Jind news : मात्र 1 स्टाफ नर्स के सहारे डिलीवरी हट, जच्चा- बच्चा की जान जोखिम में

Parvesh Malik
3 Min Read

Jind news : अलेवा के पीएचसी नगूरां पर महिला वार्ड सर्वेंट की स्थाई नियुक्ति होने के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों की मेहरबानी से उसको सीएचसी अलेवा पर प्रतिनियुक्ति करने के चलते डिलीवरी में दिक्कत आ रही है। एक स्टाफ नर्स डिलीवरी करवा तो रही है। लेकिन एक स्टाफ नर्स के सहारे हुई डिलीवरी जच्चा और बच्चे की जान जोखिम में डाल रही है। हालांकि कहने को पीएचसी में डिलीवरी हट के लिए चार स्टाफ नर्स और एक महिला सर्वेंट की स्थाई नियुक्ति है।

लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से एक स्टाफ नर्स सीएचसी कंडेला तो दूसरी महिला वार्ड सर्वेंट सीएचसी अलेवा पर ड्यूटी कर रही है। जिसके कारण एक स्टाफ नर्स के सहारे हुई डिलीवरी से कभी भी बच्चा और जच्चा को दिक्कत आ सकती है। नगूरां और आसपास गांव के अमरजीत, चरण सिंह, मनोज, राजकुमार, कुलबीर, सचिन ने बताया कि पंचायत के काफी प्रयासों के बाद स्वास्थ्य विभाग ने नगूरां पीएचसी पर डिलीवरी हट को चालू तो कर दिया। लेकिन स्टाफ के मामले में बार-बार अधिकारी पीएचसी पर स्थाई रूप से नियुक्त कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति कर दूसरे केंद्रों पर भेजकर पीएचसी स्थित डिलीवरी हट को बंद करने पर तुले हुए हैं।

ग्राम पंचायत ने विधायक और स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया। लेकिन पीएचसी में स्टाफ के मामले में किसी प्रकार का सुधार नहीं होने के कारण नगूरां व आसपास के गांव के लोगों को काफी दिक्कत उठानी पड़ रही है। कहने को तो सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गर्भवती महिलाओं के प्रसव को लेकर आए दिन बड़े- बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन नगूरां पीएचसी के मामले को लेकर हकीकत कोसों दूर हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मामले की गंभीरता को देखते हुए डेपूटेशन पर कुछ कर्मचारियों को नगूरां पीएचसी पर भेजने की बात कर तो रहे हैं, लेकिन कर्मचारी अधिकारियों के आदेशों को मानने तक तैयार नहीं है।

तीन महीने से वार्ड सर्वेंट का पद खाली : एमओ
नगूरां पीएचसी प्रभारी डा. राम ने बताया कि पीएचसी नगूरां पर करीब तीन महीने से कोई महिला वार्ड सर्वेंट नहीं होने के कारण एक स्टाफ नर्स को डिलीवरी करवानी पड़ रही है। इसके लिए कई बार विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से अवगत करवा चुके हैं। नियुक्ति उच्चाधिकारियों को ही करनी है। पीएचसी में महिला वार्ड सर्वेंट की स्थाई नियुक्ति होने के बावजूद भी तीन माह से महिला सर्वेंट का पद खाली है। जिससे डिलीवरी बाधित होनी स्वाभाविक है।

Web Stories

Share This Article
49999 में खरीदें इलेक्ट्रिक स्कूटर120 KM रेंज और 4 घंटे में फुल चार्ज, लाइसेंस फ्री और टैक्स फ्री पेट्रोल का झंझट खत्म, अब बिना पेट्रोल चलेगी Hero HF Deluxe Flex Fuel सबसे सस्ती बाइक हरियाणा के 81 लाख बिजली उपभोक्ताओं को झटका, 3 साल बाद महंगी हुई बिजली… जानें नए रेट शरीर में कैंसर का पहला लक्षण क्या होता है ? महिलाओं में थायराइड बढ़ने पर दिखते हैं ये 6 लक्षण